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जानिए अंटार्कटिका महासागर में ऐसा क्या दिखा जो बना हुआ है इन दिनों चर्चा का कारण

इन दिनों अंटार्कटिका के एक दूरदराज के द्वीप पर एक विशाल रहस्यमय छेद को फिर से गूगल मैप्स पर देखा गया है जिसको लेकर एक बड़ी ऑनलाइन बहस शुरू हो चुकी है।

By Vinay TiwariEdited By: Published: Mon, 16 Dec 2019 01:09 PM (IST)Updated: Tue, 17 Dec 2019 08:44 AM (IST)
जानिए अंटार्कटिका महासागर में ऐसा क्या दिखा जो बना हुआ है इन दिनों चर्चा का कारण
जानिए अंटार्कटिका महासागर में ऐसा क्या दिखा जो बना हुआ है इन दिनों चर्चा का कारण

नई दिल्ली [जागरण स्पेशल]। इन दिनों वैज्ञानिकों के बीच अंटार्कटिका के नक्शे में 12 साल बाद दिखाई दे रहा एक विशाल गुप्त प्रवेश द्वार खोज का विषय बना हुआ है। इस प्रवेश द्वार को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। देखने वालों का कहना है कि ये खोखली धरती या सैन्य आवरण हो सकता है। इन दिनों अंटार्कटिका के एक दूरदराज के द्वीप पर एक विशाल रहस्यमय छेद को फिर से गूगल मैप्स पर देखा गया है, जिसको लेकर एक बड़ी ऑनलाइन बहस शुरू हो चुकी है। 

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YouTube चैनल पर पोस्ट हुआ वीडियो 

इसको लेकर इन दिनों यू ट्यूब पर एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है। YouTube चैनल ThirdPhaseFromTheMoon के लेखकों द्वारा इस वीडियो को बनाया गया है, इस वीडियो को ग्रुप की ओर से 14 दिसंबर को इसे पोस्ट किया था। जिसमें दिखाया गया था कि यह एक विशाल गुफा जैसा दिखता है। वीडियो में इस जगह पर इस प्रवेश द्वार को कई एंगलों से दिखाया गया है, इसी के साथ इसके उत्पन्न होने को लेकर बहस भी चल रही है। इसके आकार को लेकर भी कई तरह की बातें कहीं जा रही हैं। 

Google मैप्स का उपयोग करते हुए खोजा गया गुफानुमा दरवाजा 

Google मैप्स का उपयोग करते हुए, ब्लेक और ब्रेट कजिन्स ने दिखाया कि अंटार्कटिका महासागर में ये गुफानुमा दरवाजा (क्रिप्टिक छेद) पहली बार 2007 में देखा गया था, उसके कुछ माह के बाद ये गायब हो गया था। मेजबानों इसकी साइज को लेकर भी चकित हैं। ये विशाल संरचना 83 मीटर ऊंची और 75 मीटर चौड़ी है। एक बात ये भी है कि साल 2006 तक ये अस्तित्व में ही नहीं थी। अचानक से अब इसका इतना बड़ा रूप दिखाई दे रहा है। स्पूटनिक नामक न्यूज वेबसाइट पर इस खबर को कैरी भी किया गया है। 

एक साथ फिट हो सकते हजारों लोग 

मेजबानों के अनुसार इस गुफा में एक साथ हजारों लोग तो नहीं मगर सैकड़ों तो फिट ही हो सकते हैं। गूगल मैप्स से इसकी खोज करने वाले ब्रेट कजिन्स से जब इसको बारे में पूछा गया तो उनकी ओर से भी ये कहा गया कि यह एक प्राकृतिक घटना का परिणाम भी हो सकता है। उनके सह-मेजबान ने एक असामान्य संरचना की ओर इशारा किया, कहा कि ये प्रवेश द्वार की ओर जाता था, ये एक सीढ़ी की तरह दिखता था। ये इतना बड़ा है कि कोई उड़न तश्तरी और बड़ा अंतरिक्ष यान इससे होकर निकल सकता है। इस बारे में ब्रेट कजिन्स का कहना है कि क्या यह एक आधार है? कोई संकेत नहीं है यह एक सिंकहोल है। 

सोशल मीडिया पर उठ रही तमाम बातें 

अब सोशल मीडिया यूजर्स ने इसमें कुछ और भी चीजें जोड़ दी है। कहा जा रहा है कि यहा विशाल संरचना पनडुब्बी या सरकारी परियोजना के लिए कोई प्रवेश द्वार भी हो सकता है। इसे आम लोगों से छिपाकर रखा गया हो। उधर कुछ उपयोगकर्ताओं का कहना है कि यह बर्फ के बीच केवल एक पिघला हुआ छेद हो सकता है। मगर इसके बारे में पूरी जानकारी की जानी चाहिए उसी के बाद इसके बारे में और जानकारी मिल सकेगी।  


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