अमेरिका में एफडीए ने कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए रेमडेसिविर के इस्तेमाल को मंजूरी दी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा ‘मुङो यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि एफडीए ने रेमडेसिविर के आपात इस्तेमाल को मंजूरी (ईयूए) दे दी है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के दवा नियामक फूड एंड ड्रग एडिमिनस्ट्रेशन (एफडीए) ने कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए एंटी वायरल दवा रेमडेसिविर के आपात इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। हाल ही में भारतवंशी शोधकर्ता अरुणा सुब्रण्यम समेत शोधकर्ताओं के एक दल ने बायोटेक फर्म गिलियड साइंसेज की इस दवा को कोरोना पॉजिटिव मरीजों पर कारगर पाया था। यह दवा मरीजों के स्वास्थ्य में तेज सुधार करने में सक्षम है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘मुङो यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि एफडीए ने रेमडेसिविर के आपात इस्तेमाल को मंजूरी (ईयूए) दे दी है।’ ट्रंप ने कहा कि यह ईयूए अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीजों के लिए अहम है। ट्रंप ने कहा कि उनका प्रशासन इस पर तेजी से काम करने के लिए एफडीए, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और गिलियड साइंसेज के साथ मिलकर काम कर रहा है।
व्हाइट हाउस के कोरोना वायरस टास्क फोर्स के सदस्य डेबोरा बर्क्स ने कहा, ‘यह इस बात का उदाहरण है कि हम छोटे से समय में भी क्या कर सकते हैं। अमेरिका में कोरोना का पहला मामला आने और आज इसके इलाज की दिशा में बढ़े इस अहम कदम के बीच 90 दिन से भी कम समय का वक्त लगा है।’
गिलियड ने कहा कि इस मंजूरी से कोविड-19 से गंभीर रूप से ग्रसित और अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों को राहत मिलेगी। देश के तमाम अस्पतालों में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। इस दवा का इस्तेमाल कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार लोगों पर किए जाने की अनुमति दी गई है।
गिलियड के चेयरमैन और सीईओ डेनियल ओ‘डे ने कहा, ‘इस ईयूए से ज्यादा से ज्यादा मरीजों पर इस दवा का प्रयोग संभव होगा। हम दुनियाभर में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम करेंगे और रेमडेसिविर की आपूíत बढ़ाएंगे। साथ ही हम इसके क्लीनिकल ट्रायल पर भी आगे बढ़ते रहेंगे, जिससे इस बीमारी में इस दवा के असर को लेकर हमारी समझ और बढ़ सके। हम इस समय की जरूरत और जिम्मेदारी को समझते हुए मरीजों, उनके परिवारों और स्वास्थ्यकíमयों की सहायता के लिए तत्पर हैं।’
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का भी हो रहा उपयोग : वहीं, अमेरिका में कई अस्पताल कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में मलेरिया के उपचार में काम आने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्वास्थ्य पत्रिका ‘एमडेज’ में शुक्रवार को प्रकाशित एक खबर के अनुसार, मलेरिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवा हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) और तोसीलिजुमैब दवा से ‘येल न्यू हेवन हेल्थ सिस्टम’ के अस्पतालों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज हो रहा है।
भारतीय मूल के अमेरिकी हृदय रोग विशेषज्ञ निहार देसाई ने बताया, ‘यह सस्ती दवा है, इसका दशकों से इस्तेमाल किया जाता रहा है और लोग इससे आराम महसूस कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि हम हम उम्मीद करते हैं कि हमें फिर से कोरोना वायरस जैसी किसी बीमारी का सामना कभी न करना पड़े।