डोनाल्ड ट्रंप ने एफबीआइ उपनिदेशक मैककेबे को किया बर्खास्त
सेशंस ने कहा कि अनुशासनात्मक मामलों को देखने वाले एफबीआइ कार्यालय की आंतरिक सिफारिश पर मैककेबे को हटाया गया।
वाशिंगटन (प्रेट्र/आइएएनएस)। ट्रंप प्रशासन ने फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन (एफबीआइ) के उपनिदेशक एंड्रयू मैककेबे को बर्खास्त कर दिया। दो दिन बाद ही रविवार को वह सेवानिवृत्त होने वाले थे। उन पर अनधिकृत तौर पर मीडिया को जानकारी देने का आरोप लगाया गया है। मैककेबे ने इस कार्रवाई को 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूसी दखलअंदाजी की जांच को कमजोर करने वाला बताया है।
अमेरिका के अटार्नी जनरल जेफ सेशंस ने शुक्रवार रात मैककेबे की बर्खास्तगी की घोषणा की। सेशंस ने कहा कि अनुशासनात्मक मामलों को देखने वाले एफबीआइ कार्यालय की आंतरिक सिफारिश पर मैककेबे को हटाया गया। उन्होंने मीडिया के सामने अनधिकृत तौर पर जानकारी दी। इसके अलावा कई अवसरों पर उनकी स्पष्टवादिता में कमी पाई गई थी। सेशंस ने कहा कि एफबीआइ हर कर्मचारी से सर्वोच्च स्तर की ईमानदारी, अखंडता और जवाबदेही की अपेक्षा करता है।
उन्होंने कहा कि मैककेबे को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। ट्रंप ने इस बर्खास्तगी पर ट्वीट कर कहा, 'एफबीआइ में कठिन परिश्रम करने वालों के लिए एक महान दिन। लोकतंत्र के लिए एक महान दिन।' जबकि मैककेबे ने अपने ऊपर लगे आरोप को खारिज किया। उन्होंने कहा कि यह गवाह के तौर पर उनकी साख को कम करने प्रयास का हिस्सा है। मैककेबे ट्रंप के चुनाव अभियान और रूस के संबंधों की एफबीआइ जांच के शुरुआती लोगों में शामिल थे। ट्रंप ने क्या जांच को प्रभावित किया, इस मामले में वह संभावित गवाह हैं।
मैककेबे ने ट्रंप पर आरोप लगाया कि उनकी भूमिका और कामों के चलते उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया। वह जेम्स कोमी को हटाए जाने के बाद पूरे घटनाक्रम के गवाह हैं। गौरतलब है पूर्व एफबीआइ निदेशक को कोमी को पिछले साल बर्खास्त कर दिया गया था। मैककेबे रूसी दखलअंदाजी और पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के ई-मेल सर्वर मामले की एफबीआइ जांच में शामिल थे।