जुकरबर्ग ने 2015 में की थी ट्रंप के भड़काऊ पोस्ट को हटाने की कोशिश, फेसबुक ने रोका !
फेसबुक के सीइओ मार्क जुकरबर्ग ने 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक भड़काऊ पोस्ट को हटाने की कोशिश की थी लेकिन कंपनी ने कथित तौर पर ऐसा नहीं करने दिया।
सैन फ्रांसिस्को, आइएएनएस। फेसबुक के सीइओ मार्क जुकरबर्ग ने 2015 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक भड़काऊ पोस्ट को हटाने की कोशिश की थी, लेकिन कंपनी ने कथित तौर पर उन्हें रोक दिया। द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार फेसबुक ने कथित तौर पर राजनीतिक बयान के नाम पर ट्रंप के भड़काऊ पोस्ट को जारी रखने के लिए नियमों को बदल दिया। ट्रंप तब 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार थे।
रविवार को द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2015 में ट्रंप द्वारा मुस्लिम प्रवासियों पर प्रतिबंध लगाने को लेकर एक वीडियो पोस्ट की जुकरबर्ग सहित फेसबुक के कई वरिष्ठ अधिकारियों दने गंभीर आलोचना की थी। वे इस पोस्ट को हटाना चाहते थे, लेकिन कंपनी ने इसके बजाय ऐसे पोस्ट को राजनीतिक बयान के नाम पर जगह दी। सूत्रों और आंतरिक दस्तावेजों का हवाला देते हुए इस तरह के पदों के लिए राजनीतिक प्रवचन के नाम पर बने रहना चाहिए। समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार रिपोर्ट ने सूत्रों और आंतरिक दस्तावेजों का हवाले यह जानकारी दी है।
नियम तोड़ने वाले सभी पोस्ट पर चेतावनी संकेत लगाएगा फेसबुक
रिपोर्ट के अनुसार 2016 में जुकरबर्ग मेक्सिको के साथ सीमा पर दीवार बनाने के लिए ट्रंप के फैसले की आलोचना करते हुए एक पोस्ट लिखना चाहते थे, लेकिन कंपनी ने उन्हें चेतावनी दी कि इससे ऐसा लगेगा कि जैसे वे किसी का पक्ष ले रहे हैं। बहरहाल फेसबुक ट्रंप सहित सभी नेताओं के 'समाचार की श्रेणी' में नियमों के विपरीत आने वाले सभी पोस्ट पर चेतावनी संकेत लगाने का निर्णय लिया है। फेसबुक पर नफरत फैलाने वाले भाषण और विभाजनकारी विमर्श का आरोप लगाते हुए यूरोपीय कंपनी यूनिलीवर ने विज्ञापनों का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। इसके बाद कंपनी के शेयर आठ फीसद से अधिक गिर गए थे। कोका-कोला ने भी एक महीने तक फेसबुक के बहिष्कार की घोषणा की थी। इसके बाद ही फेसबुक ने यह निर्णय लिया है।