फेसबुक ने हटाया डोनाल्ड ट्रंप का विज्ञापन, कहा- नफरत फैलाने वाले पोस्ट उसकी नीतियों के खिलाफ
फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक विज्ञापन हटा दिया है। फेसबुक ने कहा कि ये विज्ञापन फेसबुक की नीतियों का उल्लंघन करता है।
वॉशिंगटन, एपी। फेसबुक ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का एक विज्ञापन ये कहते हुए हटा दिया कि ये नफरत फैलाता है। फेसबुक ने विज्ञापन ये कहते हुए हटा दिया है कि इसने फेसबुक की नीतियों का उल्लंघन कर रहा है।विज्ञापन हटाते हुए फेसबुक ने साफ किया कि उसकी पॉलिसी ऐसे नफरत वाले पोस्ट शेयर करने के खिलाफ है। फेसबुक ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप-राष्ट्रपति माइक पेंस द्वारा अभियान के विज्ञापनों को हटा दिया है, जो एक बार नाजियों द्वारा राजनीतिक कैदियों, कम्युनिस्टों और अन्य को एकाग्रता शिविरों में नामित करने के लिए इस्तेमाल किया गया प्रतीक है।
नाथनियल ग्लीचर, सुरक्षा नीति के प्रमुख, ने गुरुवार को एक हाउस इंटेलिजेंस कमेटी की सुनवाई में पुष्टि की कि विज्ञापनों को हटा दिया गया है, यह कहते हुए कि फेसबुक घृणित विचारधारा के प्रतीकों की अनुमति नहीं देता है "जब तक कि वे संदर्भ या निंदा के साथ नहीं डालते हैं।
साथ ही इस विज्ञापन में लेफ्ट ग्रुप एंटिफा की आलोचना भी की गई थी। आपको बता दें कि एंटिफा वही ग्रुप है, जिसे ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में हुए हिंसक प्रदर्शनों के लिए जिम्मेदार ठहराया था। इसके अलावा इस ग्रुप को आतंकी संगठन घोषित करने की मांग की जा रही है। इस विज्ञापन को लेकर एंटी डीफेमेशन लीग ने कहा कि ये नाजी शासन से जुड़ा निशान है। उन्होंने कहा कि जब नाजी का शासन था उस दौरान बंद राजनीतिक कैदियों के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था। यहीं कारण है कि इस त्रिकोण निशान पर आपत्ति जताई है।
दरअसल, फेसबुक की सुरक्षा नीति प्रमुख नैथेनियल ग्लीचर ने गुरुवार को प्रतिनिधि सभा की खुफिया समिति के सामने विज्ञापन हटाए जाने की पुष्टि की। ग्लीचर ने कहा हम ऐसे विज्ञापनों का फेसबुक मंच पर दिखाने की अनुमति नहीं देते हैं और हटा देते हैं।
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