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एक्सपर्ट बोले- वैश्विक स्तर पर Coronavirus Vaccine बनाने को लिए बड़े बजट की आवश्यकता

विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस (COVID-19) वैक्सीन और इसके अन्य उपचार विकसित करने की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बड़े बजट की आवश्यकता है।

By TaniskEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 07:58 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 07:58 AM (IST)
एक्सपर्ट बोले- वैश्विक स्तर पर Coronavirus Vaccine बनाने को लिए बड़े बजट की आवश्यकता
एक्सपर्ट बोले- वैश्विक स्तर पर Coronavirus Vaccine बनाने को लिए बड़े बजट की आवश्यकता

जेनेवा,एजेंसियां। विशेषज्ञों का कहना है कि वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस (COVID-19) वैक्सीन और इसके अन्य उपचार विकसित करने की महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बड़े बजट की आवश्यकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और उसके सहयोगियों ने जरूरतमंद देशों को जरूरी उपकरण और सामग्री उपलब्ध कराने के लिए एक्ट- एक्सेलरेटर प्रोजेक्ट शुरू किया है। उन्होंन यह बात समर्थन और धन जुटाने के लिए यूरोपीय संघ के सम्मेलन से एक दिन पहले कही। इस पहल से अमेरिका अब तक अलग है।

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समाचार एजेंसी एपी के अनुसार अंततः, डब्ल्यूएचओ और उसके का कहना है कि इस परियोजना में 2021 के अंत तक टीका, चिकित्सा विज्ञान और निदान के लिए 3100 करोड़ अमेरिकी डालर से अधिक धनराशि की जरूरत है। कोरोना के 96 लाख से ज्यादा मामले सामने आ गए है और दुनिया भर में 490,000 से अधिक लोग मारे गए।

मानवीय और आर्थिक दर्द गहरा जाएगा

डब्ल्यूएचओ की पहल के प्रमुख विशेष दूतों में से एक डॉ. नोजी ओकोन्जो-इवेला ने कहा कि अगर हम अब एकजुट नहीं होते हैं, तो मानवीय और आर्थिक दर्द गहरा जाएगा। ये नंबर तो बड़े लग रहे है, लेेकिन अगर हम इनका विकल्प के बारे में सोचें तो ऐसा नहीं लगेगा। अर्थव्यवस्थाओं को वापस पटरी पर लाने के लिए खरबों डॉलर को खर्च करने के बारे में सोचिए। यदि हम अभी अरबों खर्च करते हैं, तो हम बाद में खरबों खर्च करने से बचेंगे।

डब्लूएचओ ने 3.4 बिलियन डॉलर का योगदान दिया

समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार डब्लूएचओ ने कहा शुक्रवार तक उसने 3.4 बिलियन डॉलर का योगदान दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप फंडिंग में 27.9 बिलियन का अंतर है। इसमें से शेष अंतर का 13.7 बिलियन डॉलर की तत्काल आवश्यकता है। इसने 2021 तक कम-आय वाले देशों और मध्य-आय वाले देशों (LMIC) को 500 मिलियन टेस्ट योजना बनाई है। साथ ही दो बिलियन वैक्सीन की खुराक, जिनमें से  2021 के अंत तक एक बिलियन को एलएमआइसी के लिए खरीदा जाना है।


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