जीन थेरेपी और एंटी वायरल में दिखी कोरोना को मात देने की उम्मीद, पढ़ें अध्ययन में सामने आई बातें
शोधकर्ताओं को जीन थेरेपी और कुछ चुनिंदा एंटीवायरल दवाओं में कोरोना को मात देने की उम्मीद दिखी है।
वॉशिंगटन, पीटीआइ। कोरोना वायरस (कोविड-19) की काट खोजने के लिए इस समय पूरी दुनिया में कई उपचार और वैक्सीन को लेकर तेज गति से शोध हो रहे हैं। इसी प्रयास में शोधकर्ताओं को जीन थेरेपी और कुछ चुनिंदा एंटीवायरल दवाओं में कोरोना को मात देने की उम्मीद दिखी है। यह निष्कर्ष कई अध्ययनों की समीक्षा के आधार पर निकाला गया है।
फ्रंटियर्स इन माइक्रोबायोलॉजी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में नए कोरोना वायरस सार्स-कोवी-2 के साथ ही सार्स (सिवियर रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम ) की वजह बनने वाले सार्स-कोवी और मर्स (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) का कारण बनने वाले मर्स-कोवी वायरस का भी विश्लेषण किया गया। इनके अलावा कई ऐसे अज्ञात वायरसों पर भी गौर किया गया, जो आने वाले समय में खतरा बन सकते हैं।
अमेरिका की नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर राल्फ बेरिक ने कहा, 'कोरोना वायरस ने ना सिर्फ मानव स्वास्थ्य बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी खतरा पैदा कर दिया है। हमें सबसे पहले सार्स-कोवी-2 महामारी को नियंत्रित करने के बारे में विचार करना चाहिए। इसी प्रयास में शोधकर्ता सार्स-कोवी-2 और संबंधित कोरोना वायरसों के खिलाफ उपचार के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।' अध्ययन के सह शोधकर्ता लांग पिंग विक्टर ने कहा, 'उपचार के त्वरित विकल्प के तौर पर एडीनो-एसोसिएटेड वायरस (एएवी) आधारित पैसिव इम्युनाइजेशन का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसकी एक खुराक से ही हफ्तेभर में सुरक्षात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है।'