यूरोपीय नेताओं ने नागरिकों से कहा, कोरोना के साथ ही बढ़ना होगा आगे
दो यूरोपियन नेताओं ने अपने नागरिकों को स्पष्ट रूप से कहा था कि हम वैक्सीन बनने तक का इंतेजार नहीं कर सकते और हमें इस वायरस के साथ ही रहना होगा।
न्यूयॉर्क, एपी। कई यूएस और यूरोपीय नेताओं ने कोरोना वायरस के खतरे को दखेत हुए देश में लगे प्रतिबंधों को हटा दिया है। उनका मानना है कि कोरोना की वैक्सीन बनने में समय लगेगा और उतना इंतेजार नहीं किया जा सकता है। दो यूरोपीय नेताओं ने अपने नागरिकों को स्पष्ट रूप से कहा था कि हम वैक्सीन बनने तक का इंतेजार नहीं कर सकते और हमें इस वायरस के साथ ही रहना होगा। बता दें कि अमेरिका में बिगड़ती अर्थव्यवस्था को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश में कोरोना के कारण लगे प्रतिबंधों में छूट दी थी। अमेरिका में कई लोगों की इस वायरस के कारण लगे प्रतिबंधों के चलते नौकरियां चली गई हैं।
इटली के प्रधानमंत्री ग्यूसेप कोंटे (Giuseppe Conte) ने कहा कि क्षेत्रीय नेताओं के दबाव के चलते बार, रेस्टोरेंट्स और समुद्र तट की सेवाओं को सोमवार से खोलने की अनुमति दे दी गई है। वहीं यूएस के कुछ बार, समुद्री तटों और बोर्डवक्स की तस्वीरों को देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि वहां इन जगहों पर लोगों की सुरक्षा को लेकर कोई चेतावनी दी जा रही हो जबकि इस तरह की स्थितियां कोरोना के संक्रमण को और बढ़ा सकती हैं।
सीएनएन के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मंत्रिमंडल के एक सदस्य और स्वास्थ्य एवं मानव सेवा सचिव एलेक्स अजार का कहना है कि लॉकडाउन के कई अन्य गंभीर स्वास्थ्य परिणाम भी हो सकते हैं। इनमें आत्महत्या, हृदय संबंधी प्रक्रियाओं में देरी और कैंसर की जांच शामिल हैं।
यूएस, इटली और यूके सरकारों की विशेष चिंता इन देशों में महामारी के कारण बिगड़ती अर्थव्यवस्था है। अकेले अमेरिका में ही लाखों लोग अपनी नौकरियां गंवा चुके हैं ऐसे में ये देश अपनी बिगड़ती अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। कोंटे ने अपने नागरिकों से कहा है कि हम कोरोना की वैक्सीन बनने का इंतेजार नहीं कर सकते हैं हमें कोरोना का सामना करते हुए ही आगे बढ़ना होगा। स्वास्थय विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को वैक्सीन के लिए महीनों वैक्सीन का इंतेजार करना पड़ सकता है जबकि कई वैज्ञानिक इसे बनाने में लगे हैं।