Move to Jagran APP

पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनवर्ग को टाइम पत्रिका ने पर्सन ऑफ द ईयर 2019 चुना

पर्यावरण सुधार के लिए मुहिम छेड़ने वाली स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग (16) को प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम ने पर्सन ऑफ द ईयर 2019 चुना है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 12:50 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 12:50 AM (IST)
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनवर्ग को टाइम पत्रिका ने पर्सन ऑफ द ईयर 2019  चुना
पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनवर्ग को टाइम पत्रिका ने पर्सन ऑफ द ईयर 2019 चुना

वाशिंगटन, एएनआइ। पर्यावरण सुधार के लिए मुहिम छेड़ने वाली स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग (16) को प्रतिष्ठित पत्रिका टाइम ने पर्सन ऑफ द ईयर 2019 चुना है। पत्रिका की ओर से यह सम्मान पाने वाली ग्रेटा सबसे कम उम्र की शख्सियत हैं। उन्होंने यह स्थान अमेरिकी संसद प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नेंसी पेलोसी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, हांगकांग के आंदोलनकारियों और ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने के लिए सूचना देने वाले व्हिसल ब्लोअर को पछाड़कर प्राप्त किया है। ग्रेटा 2018 में स्वीडिश संसद के सामने पर्यावरण के लिए स्कूल छोड़कर हड़ताल करने के लिए चर्चा में आईं।

loksabha election banner

पर्यावरण सुधार की मुहिम में रुचि नहीं ले रहे धनी देश

मैड्रिड में बुधवार को ग्रेटा ने संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण सम्मेलन में धनी देशों पर हानिकारक गैसों का उत्सर्जन रोकने में रुचि न लेने का आरोप लगाया। कहा, ये देश पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाली गैसों का उत्सर्जन रोकने से बचने के लिए रास्ते तलाश लेते हैं जिनका दुष्प्रभाव दुनिया की आबादी झेल रही है। पर्यावरण सुधार के उनके उपाय भी भ्रमित करने वाले हैं। ग्रेटा ने कहा, सभी देशों को मिल-जुलकर पर्यावरण सुधार के प्रयासों में रुकावट डालने वाले तत्वों से निपटना चाहिए और अपनी महात्वाकांक्षाओं को नियंत्रित करना चाहिए।

खतरा बढ़ रहा, बड़े फैसलों की जरूरत : गुतेरस

सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र की पर्यावरण पर नजर रखने वाली सहयोगी संस्था आइपीसीसी ने कहा है कि धरती का तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस लाने के लिए ईंधन के रूप में कोयले, तेल और गैस के इस्तेमाल को सीमित किया जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने पर्यावरण सुधार के लिए और बड़े फैसले लिए जाने और उनके क्रियान्वयन की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि इसके लिए विकसित देशों और चीन व भारत जैसे विकासशील देशों को अपने प्रयास बढ़ाने होंगे। गुतेरस ने कहा, दुनिया तेजी से गर्म हो रही है और खतरा भी बढ़ रहा है। इसलिए पेरिस समझौते के संकल्पों पर प्रभावी अमल की जरूरत है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.