अमेरिका में ग्रीन कार्ड कोटा सिस्टम खत्म होने से भारत को होगा फायदा, जानिए ये है वजह
नए नियमों के अनुसार एच-1 बी वीजा से अमेरिका पहुंचे इन पेशेवरों में से केवल सात प्रतिशत को ही ग्रीन कार्ड मिल सकता है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका में ग्रीन कार्ड जारी करने में देशों का कोटा खत्म किए जाने से भारत और चीन को फायदा होने की उम्मीद है। इससे दोनों देशों के लोगों को अमेरिकी नागरिकता मिलने का रास्ता भी आसान हो जाएगा। यह बात अमेरिकी संसद की विश्लेषणात्मक रिपोर्ट में सामने आई है। ग्रीन कार्ड वह सुविधा है जिसे प्राप्त कर कोई भी विदेशी नागरिक कुछ शर्तो के साथ अमेरिका में स्थायी रूप से रह सकता है और वहां काम कर सकता है।
अमेरिका के ताजा आव्रजन संबंधी नियमों ने वहां रहने वाले उच्च दक्षता वाले भारतीय पेशेवरों के सामने दिक्कत खड़ी कर दी है। नए नियमों के अनुसार एच-1 बी वीजा से अमेरिका पहुंचे इन पेशेवरों में से केवल सात प्रतिशत को ही ग्रीन कार्ड मिल सकता है। अमेरिकी कांग्रेस की स्वतंत्र शोध सेवा (सीआरएस) ने कहा है कि अगर प्रत्येक देश के दक्ष पेशेवरों को ग्रीन कार्ड में मिलने वाला सात प्रतिशत का कोटा खत्म हो जाए तो उससे भारत और चीन के लोगों को ही नहीं अमेरिका को भी लाभ होगा।
ग्रीन कार्ड धारी के रूप में कुछ वर्षों तक अमेरिकी कानूनों के मुताबिक रहने के बाद प्रवासी व्यक्ति अमेरिका की स्थायी नागरिकता का दावेदार बन जाता है। अमेरिकी संसद नीतिगत मामलों पर जो फैसले करती है, सीआरएस निष्पक्ष भाव से उस पर अपना विश्लेषण प्रकाशित करता है।
सूत्रों के अनुसार इस रिपोर्ट के प्राप्त होने के बाद कई सांसद देशवार ग्रीन कार्ड जारी होने की व्यवस्था को खत्म करने संबंधी विधेयक पेश करने पर विचार कर रहे हैं। अप्रैल 2018 के आंकड़े के अनुसार अमेरिका में 3,06,601 भारतीय ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा में हैं। इनमें से ज्यादातर आइटी पेशेवर हैं। मौजूदा व्यवस्था में सिर्फ इन लोगों को ही ग्रीन कार्ड मिलने से साढ़े नौ साल का समय लगेगा।