अमेरिका की चुनावी राजनीति में कूदे भारतीय सिख गुरिंदर खालसा
मछुआरा समुदाय के नेता गुरिंदर ने बुधवार जारी बयान में कहा, मैं जनसेवा के जरिये समाज को कुछ वापस करना चाहता हूं।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के हवाई अड्डों पर भी सिखों को पगड़ी न उतारने का हक दिलाने वाले भारतीय अमेरिकी सिख गुरिंदर सिंह खालसा ने चुनावी राजनीति में उतरने का एलान किया है। गुरिंदर के संघर्ष के कारण ही अमेरिका को नियमों में बदलाव करना पड़ा था। इसके लिए उन्हें हाल में ही प्रतिष्ठित रोजा पार्क्स ट्रेलब्लेजर पुरस्कार मिला है। गुरिंदर ने सिटी काउंसिल ऑफ फिशर्स के चुनाव में उतरने का फैसला किया है।
व्यापारी नेता, उद्यमी और समाजसेवी गुरिंदर ने बुधवार को इंडियानापोलिस में अपने समर्थकों से कहा, 'अपने समुदाय के लिए कुछ करने की इच्छा और पूर्व अनुभवों पर आधारित सार्वजनिक नीति में रुचि, उन कारणों में शामिल हैं जिनके आधार पर मैंने चुनावी राजनीति में आने का फैसला किया।'
करीब एक दशक से इंडियाना में रह रहे मछुआरा समुदाय के नेता गुरिंदर ने बुधवार जारी बयान में कहा, 'मैं जनसेवा के जरिये समाज को कुछ वापस करना चाहता हूं।' गौरतलब है कि गत महीने गुरिंदर को मई 2007 में दिखाए गए उनके साहस के लिए प्रतिष्ठित रोजा पार्क्स ट्रेलब्लेजर पुरस्कार के लिए चुना गया था। उन्हें न्यूयार्क में एक विमान में चढ़ते हुए अपनी पगड़ी हटाने के लिए कहा गया था। इसके बाद उन्होंने इस पर अमेरिकी संसद का ध्यान खींचा और हवाई अड्डों पर पगड़ी को लेकर नियमों में बदलाव हुआ।