टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क बने टाइम पर्सन आफ द ईयर
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क को 2021 के लिए टाइम पत्रिका के पर्सन ऑफ द ईयर के रूप में नामित किया गया है। इस वर्ष उनकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी दुनिया की सबसे मूल्यवान कार निर्माता बन गई।
न्यूयार्क, रायटर। टेस्ला और स्पेसएक्स के प्रमुख एलन मस्क को टाइम मैगजीन ने पर्सन आफ द ईयर घोषित किया है। टाइम का पर्सन आफ द ईयर खिताब दुनियाभर में किसी व्यक्ति या संस्थान के प्रभावशाली होने का परिचायक माना जाता है। टाइम मैगजीन ने इसकी शुरुआत वर्ष 1927 में की थी। पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को संयुक्त रूप से पर्सन आफ ईयर चुना गया था। फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग और अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस पूर्व में पर्सन आफ द ईयर चुने जा चुके हैं। टाइम मैगजीन ने किशोरी पाप सिंगर ओलिविया राड्रिग्ज को इंटरटेनमेंट आफ द ईयर, अमेरिकी जिम्नास्ट सिमोन बाइल्स को एथलीट आफ ईयर और वैक्सीन बनाने वाले विज्ञानियों को हीरोज आफ ईयर घोषित किया।
मस्क को पर्सन आफ द ईयर घोषित करने से 1927 की वह घटना ताजा हो गई, जिसमें मैगजीन ने चार्ल्स लिंडबर्ग को अपना पहला पर्सन आफ द ईयर चुना था। अटलांटिक के ऊपर से हवाई जहाज उड़ाने की याद में उन्हें इसके लिए चुना गया था। टाइम के एडिटर-इन-चीफ एडवर्ड फेलसेंथल ने मस्क को लेकर कहा, 'इस वक्त पृथ्वी पर या इसके बाहर भी शायद ही कुछ लोग और हों, जिनका प्रभाव एलन मस्क से ज्यादा हो। मस्क की इलेक्टि्रक कार कंपनी टेस्ला दुनिया में सबसे मूल्यवान कार कंपनी है।
स्पेसएक्स के संस्थापक और सीईओ एलन मस्क ब्रेन चिप स्टार्टअप न्यूरालिंक और इंफ्रास्ट्रक्चर फर्म द बोरिंग कंपनी को भी लीड करते हैं। टेस्ला का बाजार मूल्य एक लाख करोड़ डालर से अधिक हो गया है। इस साल इसे फोर्ड मोटर और जनरल मोटर्स दोनों के संयुक्त रूप से अधिक मूल्यवान बना दिया है। टेस्ला हर साल हजारों कारों का उत्पादन करती है। कई युवा उपभोक्ताओं को बिजली के वाहनों की ओर स्विच करने के लिए प्रेरित किया है।
जानें एलन मस्क के बारे में
एलन मस्क का जन्म दक्षिण अफ्रीका में 28 जून 1971 को हुआ था। वे 17 साल की उम्र में कनाडा आ गए थे। मां की मदद से कनाडा की नागरिकता हासिल करते हुए वह प्रौद्योगिकी के गढ़ अमेरिका जा पहुंचे। एलन मस्क की कमाई के बारे में कहा जाता है कि वो हर सेकेंड 67 लाख रुपये कमाते हैं। एलन मस्क की कहानी उन करोड़ों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत है, जो अपने दम पर कुछ अलग करने के बारे में सोचते हैं।
मस्क 30 वर्ष की उम्र में राकेट खरीदने रूस पहुंच गए। रूसियों ने उनके इरादों को महत्व नहीं दिया। मस्क का ख्वाब था कि राकेट के जरिए पहले चूहों को मंगल पर बस्ती बसाने भेजना है या कुछ पौधों को। जब दूसरी बार भी रूसियों ने खाली हाथ लौटा दिया, तब लौटते वक्त हवाई जहाज में ही मस्क के मन में आया कि क्यों न खुद ही राकेट तैयार कर लिया जाए। यहां से हुई स्पेसएक्स कंपनी की शुरुआत। कदम-कदम पर अड़चनें आती रहीं। कार निर्माण में हाथ लगाया। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी, प्रौद्योगिकी विकास जैसे अनेक उद्यम भी चलते रहे।