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फिर सामने आई मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्‍वीर, बेहतर जिंदगी की चाह में मिली मौत

रियो ग्रांड नदी पर मिले दो शवों ने शरणार्थियों की बदतर हालत को एक बार फिर से दुनिया के सामने लाकर रख दिया है। इस तस्‍वीर के सामने आने से हर कोई शर्मसार है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Thu, 27 Jun 2019 11:41 AM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2019 08:57 AM (IST)
फिर सामने आई मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्‍वीर, बेहतर जिंदगी की चाह में मिली मौत
फिर सामने आई मानवता को शर्मसार कर देने वाली तस्‍वीर, बेहतर जिंदगी की चाह में मिली मौत

नई दिल्‍ली [जागरण स्‍पेशल]। मैक्सिको बॉर्डर पर अमेरिकी फौज की तैनाती और शरणार्थियों के प्रति राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप समेत कई नेताओं का सख्‍त रवैया एक बार फिर से सवालों के घेरे में है। इसकी वजह बनी है एक दिल दहला देने वाली तस्‍वीर। यह तस्‍वीर एक पिता और उसकी दो वर्ष की बेटी की है जिनका शव अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर की रियो ग्रांडे नदी के किनारे पर मिला है। पिता का नाम ऑस्कर अल्बर्टो मार्टिनेज रमिरेज और बेटी का नाम वालेरिया बताया जा रहा है। मैक्सिको के एक अखबार ने इन दोनों के शवों की फोटो जारी की है।

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अल सल्‍वाडोर के हैं पिता-बेटी  
यह अल सल्‍वाडोर के बताए जा रहे हैं। इस तस्‍वीर ने शरणार्थियों पर विश्‍व की चिंता को जगजाहिर कर दिया है। इसके साथ ही इस तस्‍वीर ने तीन साल के एलन कुर्दी की भी याद को ताजा कर दिया है, जिसका शव 2015 में तुर्की के समुद्री किनारे पर मिला था। इस तस्‍वीर के सामने आने के बाद पूरी दुनिया से शरणार्थियों के प्रति नरम रुख बरतने की अपील की गई थी। संयुक्‍त राष्‍ट्र में भी इसकी गूंज सुनाई दी थी। ऐसा ही इस बार देखा जा रहा है। 

आपको यहां पर ये भी बता दें कि इसी नदी के किनारे पर यूएस बॉर्डर पेट्रोल को दो दिन पहले भी चार शव मिले थे। इनमें से तीन बच्‍चों के शव थे जबकि एक 20 वर्षीय महिला का था। शरणार्थियों पर कड़े रवैये की बात करें तो 25 जून को ही मैक्सिको पुलिस ने अल सल्वा‍डोर की 19 वर्षीय ग्रेजुएट महिला मारिया को गोली मार दी थी। वह भी इस रास्ते अमेरिका जाने की कोशिश कर रही थी।  

ट्रंप का सख्‍त रवैया
आगे बढ़ने से पहले आपको बता दें कि अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने मैक्सिको ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया से अवैध तरीके से अमेरिका आ रहे शरणार्थियों के प्रति बेहद सख्‍त रवैया अपनाया है। मैक्सिको पर तो उन्‍होंने पूरे बॉर्डर पर दीवार बनाने और फौज को लगाने जैसा बड़ा कदम उठाया है। शरणार्थियों के प्रति उनकी सख्‍ती का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि बॉर्डर पर दीवार बनाने के चलते अमेरिका में कई दिनों तक शटडाउन तक रहा था। इसके बाद भी ट्रंप ने न तो अपने कदम ही पीछे खींचे और न ही शरणार्थियों के मुद्दे पर नरम रुख अपनाया। आपको यहां पर ये भी बता दें कि अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर पर पिछले काफी समय से हजारों शरणार्थी मौजूद हैं। इसकी कई तस्‍वीरे वायरल तक हुई हैं। यूएस बॉर्डर पुलिस के मुताबिक पिछले साल यहां करीब 283 शरणार्थियों की मौत हो गई थी। बॉर्डर पर लगातार शरणार्थियों की हालत बद से बदतर होती जा रही है। अखबार ला जोर्नडा की खबर के अनुसार, 23 वर्षीय ऑस्कर अलबर्टो मार्टिनेज रमिरेज शरण पाने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के सामने खुद को पेश करने में असमर्थ था। हताशा में वह अपनी बेटी वेलेरिया के साथ रविवार को नदी में उतर गया।

ट्रंप के सख्‍त रुख की बड़ी वजह 
यहां पर ये भी बताना जरूरी हो जाता कि ट्रंप मैक्सिको से आने वाले लोगों के प्रति सख्‍त रुख इस वजह से भी है क्‍योंकि यहां से नशीली दवाओं का अवैध व्‍यापार होता है। अमेरिका में नशीली दवाओं की खपत की बड़ी खेप मैक्सिको से ही देश में आती है। इसी खेप को रोकने और देश के लोगों को नशे से दूर करने के लिए ट्रंप ने यह कदम उठाया है। लेकिन, यह भी सच है कि उनके इस सख्‍त रवैये से शरणार्थियों की हालत बेहद खराब हो गई है। ट्रंप कई बार इस बात को खुलेतौर पर कह चुके हैं कि अमेरिका के संसाधनों पर पहला हक अमेरिकी लोगों का है। यहां पर आने वाले शरणार्थियों की वजह से देश के संसाधनों की बबार्दी हो रही है और अमेरिकी रोजगार में पिछड़ रहे हैं। वह साफ कर चुके हैं कि अमेरिका दुनिया के लिए पुलिस का काम नहीं करेगा।  

बेहतर जिंदगी की चाह में उठाया खतरनाक कदम
रियो ग्रांडे नदी के तट पर मिले दो शवों की बात करें तो इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि अल्‍बर्टो भी लाखों लोगों की ही तरह अपने और अपनी बेटी के लिए बेहतर जिंदगी का सपना लेकर नदी से सीमा पार करने का खतरनाक कदम उठाया होगा। जो तस्‍वीर सामने आई है उसमें पिता ने बच्‍ची को अपनी टीशर्ट में लिपटाया हुआ है। माना जा रहा है कि पिता ने अपनी बच्‍ची को बचाने की कोशिश और उसको अपने से दूर न होने की कोशिश के मद्देरनजर ऐसा किया होगा। मुमकिन है उसको डर इस बात का भी डर सता रहा हो कि कहीं किसी वजह से उसकी बेटी नदी के बहाव में उससे अलग न हो जाए। लेकिन इन दोनों की ही किस्‍मत एलन की तरह अच्‍छी नहीं निकली और बेहतर जिंदगी की चाह में दोनों को मौत के मुंह में धकेल दिया।

पिता ने की बच्‍ची को बचाने की कोशिश
अखबार की मानें तो अलबर्टो ने बच्ची को नदी के तट पर खड़ा कर दिया और अपनी पत्नी तानिया वैनेसा ओवलोस को लाने के लिए वापस जाने लगा। मगर, उसे दूर जाते देख लड़की पानी में कूद गई, तो अलबर्टो बेटी को बचाने के लिए वापस लौटे और उन्होंने वेलेरिया को पकड़ लिया। हालांकि, पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए। अलबर्टो की मां रमिरेज के मुताबिक उसने इन सभी को जाने से मना किया था, लेकिन वह नहीं माने। लड़की ने छलांग लगाकर अलबर्टो तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन जब तक अलबर्टो उसे पकड़ पाते, वह काफी दूर निकल गई थी। वह बाहर नहीं निकल पाई और अलबर्टो ने उसे अपनी शर्ट में डाल दिया। रमिरेज ने बताया कि उनके पति को लगा होगा कि वह अब काफी दूर निकल आए हैं जिसकी वजह से उन्‍होंने बेटी के साथ ही नदी में आगे बढ़ने का फैसला किया। तस्वीर में साफ दिख रहा है कि एक नदी के किनारे जहां पर घास फैली हुई है, ऑस्कर के साथ उनकी बेटी लिपटी हुई है।

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