जलवायु परिवर्तन और कटाई से साल 2070 तक समाप्त हो सकते हैं मेडागास्कर के वर्षावन
जलवायु परिवर्तन और वनों के कटान से वर्ष 2070 तक मेडागास्कर के पूर्वी वर्षा वनों के साथ-साथ वन्यजीवों के ठिकाने भी पूरी तरह खत्म हो सकते हैं।
न्यूयॉर्क, प्रेट्र। जलवायु परिवर्तन और वनों के कटान से वर्ष 2070 तक मेडागास्कर के पूर्वी वर्षा वनों के साथ-साथ वन्यजीवों के ठिकाने भी पूरी तरह खत्म हो सकते हैं। इससे द्वीपीय क्षेत्र में रहने वाले हजारों पौधों, स्तनधारियों, सरीसृपों, और उभयचरों को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ेगा। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है।
जर्नल नेचर क्लाइमेट चेंज में प्रकाशित इस अध्ययन में पाया गया है कि इस क्षेत्र को संरक्षित कर भविष्य की तबाही को कम किया जा सकता है। लेकिन यह तभी संभव है जब पर्यावरणविद ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को समाप्त करने के लिए दीर्घकालिक समाधान की दिशा में काम करें।
मेडागास्कर जैव विविधता के सबसे बड़े हाटस्पॉट में से एक है। इसके 80 से 90 फीसद क्षेत्र में केवल पशु और पेड़-पौधों की प्रजातियां फैली हैं। अमेरिका में सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू यॉर्क (सीयूएनवाई) के शोधकर्ताओं के अनुसार, पिछले कई दशकों से वनों के अत्यधिक कटान और जलवायु परिवर्तन के कारण मेडागास्कर के जंगल काफी बर्बाद हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि मानवीय गतिविधियों के कारण मेडागास्कर के पूर्वी हिस्से में बहुत बड़ा क्षेत्र पेड़ों से रहित हो गया है। यहां कई जीव अपना जीवनयापन करते थे। विशेष रूप से लीमर नामक बंदर की दो लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए यह क्षेत्र सबसे मुफीद था। पर अब उनके आवास नष्ट हो गए हैं, जिसके चलते उन पर संकट और गहरा गया है।
जंगलों का रकबा बढ़ाते हैं जानवर
शोधकर्ताओं ने कहा, 'ये जानवर कई पौधों की प्रजातियों के बीजों को फैलाने में केंद्रीय भूमिका निभाते हैं और वर्षावन इन्हें जिंदा रहने के लिए भोजन और आश्रय प्रदान करते हैं।' सीयूएनवाई के प्रोफेसर एंड्रिया बैडेन ने कहा, 'बीजों के प्रसारक के रूप में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और निवास स्थान के क्षरण के प्रति उनकी संवेदनशीलता के कारण लीमर मेडागास्कर के पूरे पूर्वी वर्षावन के स्वास्थ्य के महत्वपूर्ण संकेतक के रूप में काम करते हैं।'
50 फीसद घट गए हैं आवास
उन्होंने कहा कि जब हमने वनों की कटाई और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव का अनुमान लगाया तो पाया कि अकेले वनों की कटाई और जलवायु परिवर्तन के चलते लीमर के आवास को 50 फीसद तक कम हो गए हैं। बैडेन ने कहा, 'इस सदी के अंत तक इन दोनों कारकों के कारण इससे भी खतरनाक स्थित देखने को मिल सकती है। शोधकर्ताओं ने कहा कि यदि हमें जैव-विविधता को बनाए रखना है तो अभी से दीर्घकालीन समाधानों पर काम करने की जरूरत है।
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