डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- ईरान पर नजर रखने के लिए इराक में रहेंगे अमेरिकी सैनिक
ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा, हम खतरों पर अपनी नजर रखना चाहते हैं। अगर कोई परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करेगा तो हमें पहले ही उसका पता चल जाएगा।
द न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि ईरान पर नजर रखने के लिए इराक में अमेरिकी सैनिक तैनात रखे जाएंगे। ट्रंप ने एक इंटरव्यू में कहा, 'हम खतरों पर अपनी नजर रखना चाहते हैं। अगर कोई परमाणु हथियार बनाने की कोशिश करेगा तो हमें पहले ही उसका पता चल जाएगा।' उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने बहुत मेहनत के बाद इराक में सैन्य बेस बनाया था। वह उसे बचाए रखना चाहते हैं।
इराक के राष्ट्रपति समेत कई नेताओं ने जताया विरोध
सीरिया और अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिक हटा लेने की घोषणा के बाद ट्रंप के इस बयान पर इराक ने नाराजगी जताई है। इराक से अमेरिकी सैनिकों के बाहर जाने की मांग और तेज हो गई है। इराकी राष्ट्रपति बरहम सालेही ने भी ट्रंप के बयान का विरोध किया है। उन्होंने कहा, 'कोई भी देश हमारे जरिये दूसरे देशों पर हमला नहीं कर सकता।'
ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब सीरिया से लौट रहे अपने सैनिकों को इराक में रहने देने के लिए अमेरिका गोपनीय रूप से इराक सरकार से बात कर रहा था। अमेरिका का कहना है कि वह इराक के सैन्य बेस से आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट पर हमला करेगा ताकि उस पर दबाव बना रहे।
ट्रंप के ताजा बयान पर इराकी सांसद जवाद अल-मुसावी ने कहा, 'अमेरिका पर विश्वास नहीं किया जा सकता। वह आइएस से हमारी रक्षा के लिए यहां आने चाहते थे। अब उनकी मंशा स्पष्ट है कि वह ईरान पर नजर रखना चाहते हैं।' वर्ष 2011 तक इराक में एक लाख 70 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात थे। उसके बाद कुछ सैनिकों को वहां से हटा लिया गया था।