अमेरिकी फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन की जेल में मौत, राष्ट्रपति ट्रंप ने बिल क्लिंटन पर साधा निशाना
यौन अपराधी और अमेरिकी फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन को शनिवार को फैडरल जेल में मृत पाया गया। राष्ट्रपति ट्रंप ने मौत को साजिश बताते हुए पूर्व राष्ट्रपति क्लिंटन पर निशाना साधा है।
वाशिंग्टन, एजेंसी। यौन अपराधी और अमेरिकी फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन (Jeffrey Epstein) को शनिवार के दिन फैडरल जेल में मृत पाया गया। ऐसा माना जा रहा है कि उसने आत्महत्या कर ली। अमेरिका में इस बात पर सवाल खड़े हो रहे हैं कि जेल में बंद हाई-प्रोफाइल व्यक्ति ने आत्महत्या कैसे कर ली।
सरकार और एफबीआइ ने मामले की जांच तत्काल शुरू कर दी है। इसी बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर एपस्टीन की मौत को साजिश बताते हुए पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पर निशाना साधा है। बता दें कि एपस्टीन की मौत के बाद प्रशासन को सवालों का सामना करना पड़ रहा है। इसे लेकर नेताओं और कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने इस पर हैरानी जताई है। दरअसल एपस्टीन ने हाल में आत्महत्या की कोशिश की थी, जिसके बाद उस पर कड़ी नजर रखी जा रही थी, तो ऐसे में उसने अपनी जान कैसे ले ली।
क्लिंटन को एपस्टीन की मौत से जोड़ा
एपस्टीन की मौत के कुछ घंटों बाद ट्रंप ने कॉमेडियन टेरेंस विलियम्स के एक पोस्ट को रीट्वीट किया। यह ट्वीट बिल क्लिंटन को एपस्टीन की मौत से जोड़ता है। ट्रंप के समर्थक विलियम्स ने इसमें लिखा है कि एपस्टीन को बिल क्लिंटन के बारे में कोई जानकारी और अब वह मर चुका है। इसके ट्वीट के साथ दो मिनट का वीडियों भी शोयर किया गया है। कितना अजीब है, क्लिंटनस के बारे में जानकारी रखने वाले लोग मर जाते हैं।
मौत पर गंभीर प्रश्न
एपस्टीन के कई नेताओं और हस्तियों से नजदिकी संबंध थे। जानकरी के अनुसार एपस्टीन को न्यूयॉर्क के जेल में अंतरराष्ट्रीय समयानुसार सुबह साढ़े 10 बजे मृत पाया गया। अमेरिकी अटॉर्नी जनरल बिल बार ने कहा कि वह इस घटना से स्तब्ध हैं। उन्होंने कहा 'एपस्टीन की मौत गंभीर प्रश्न खड़े करती है। इसका जवाब दिया जाना चाहिए। उन्होंने न्याय विभाग के महानिरीक्षक से परिस्थितियों की जांच करने को कहा है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि एफबीआइ भी इस मामले की जांच कर रही है।
मौत के कारण की पुष्टि नहीं
शहर के चिकित्सकीय जांचकर्ता के कार्यालय ने मौत के कारण की पुष्टि नहीं की है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार 66 वर्षीय एपस्टीन 23 जुलाई को भी बेहोश मिला था और उसके गले पर निशान थे। इसके बाद उस पर नजर रखी जा रही थी और उसे कड़ी सुरक्षा वाली जेल में भेज दिया गया था। एपस्टीन की मौत से एक दिन पहले ही न्यूयॉर्क की अदालत ने सीलबंद कानूनी दस्तावेज जारी किए थे, जिनमें यह बताया गया था कि अभियोजकों ने देह व्यापार के लिए तस्करी के संबंध में एपस्टीन पर क्या आरोप लगाए हैं।
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