महाभियोग में गवाही देने वाले दो अफसरों पर डोनाल्ड ट्रंप की गाज, जानें पूरा मामला
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महाभियोग प्रक्रिया के दौरान अपने खिलाफ गवाही देने वाले दो अफसरों को हटा दिया है।
वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने महाभियोग प्रक्रिया के दौरान अपने खिलाफ गवाही देने वाले दो अफसरों को हटा दिया है। दोनों ने अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की समिति के समक्ष महाभियोग मामले में ट्रंप के खिलाफ गवाही दी थी। बता दें कि तीन दिन पहले ही अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट ने ट्रंप को महाभियोग के सभी आरोपों से बरी कर दिया था।
अधिकारियों की इस हिमाकत से चि़ढे ट्रंप ने राहत पाते ही यूरोपीय संघ में अमेरिका के राजदूत गोर्डन सोंडलैंड और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषषद ([एनएससी) में यूक्रेन मामलों के विशेषषज्ञ लेफ्टिनेंट कर्नल एलेक्जेंडर विंडमैन को बर्खास्त कर दिया। विंडमैन और सोंडलैंड डेमोक्रेट्स के बहुमत वाली प्रतिनिधि सभा में महाभियोग की जांच के दौरान मुख्य गवाह थे।
इससे पहले सोडलैंड ने कहा था, 'राष्ट्रपति ट्रंप यूरोपीय संघ में बतौर अमेरिकी राजदूत मुझे तत्काल वापस बुलाना चाहते हैं।' वहीं विंडमैन के वकील ने कहा कि लेफ्टिनेंट कर्नल को सच बोलने के लिए पद से हटाया गया है। बता दें कि विंडमैन को हटाए जाने से कुछ देर पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि विंडमैन चले जाएं।
अगर कोई यह सोचता है कि मैं उनसे खुश हूं तो ऐसा बिल्कुल नहीं है।' ह्वाइट हाउस ने महाभियोग मामले से जु़डे इन दो अधिकारियों की बर्खास्तगी पर अभी कोई टिप्पणी नहीं की है। ह्वाइट हाउस ने विंडमैन के जुडवां भाई लेफ्टिनेंट कर्नल येवगेनी विंडमैन को भी पद से हटा दिया है। दोनों ह्वाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषषद का हिस्सा थे।
इससे पहले अमेरिकी संसद के उच्च सदन सीनेट में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चल रही महाभियोग की सुनवाई के दौरान उनके और बिजनेसमैन लेव पर्नास की नजदीकी का एक और वीडियो गुरुवार को सामने आया था। एक सप्ताह में जारी किया गया यह दूसरा वीडियो है जो ट्रंप के उस दावे के विपरीत है जिसमें उनका कहना था कि वह पर्नास को नहीं जानते हैं। पर्नास का दावा है कि उन्होंने ही ट्रंप के राजनीतिक विरोधियों की जांच के लिए यूक्रेन पर दबाव डाला था।