साल 2016 में ही बोइंग पायलट को पता चल गई थी कि 737 MAX jet में क्या है खामी: रिपोर्ट
अमेरिका के संघीय जांचकर्ताओं की रिपोर्ट में कहा गया है कि बोइंग सह वरिष्ठ पायलट को साल 2016 में ही 737 मैक्स जेट की प्रणालियों में मौजूद खामी के बारे में पता चल गया था।
वाशिंगटन, रॉयटर/एएफपी/आइएएनएस। बोइंग (Boeing) के 737 मैक्स जेट (737 MAX jet) विमान की खामियों को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। अमेरिका के संघीय जांचकर्ताओं की ओर से जारी दस्तावेजों के मुताबिक, बोइंग सह वरिष्ठ पायलट ने साल 2016 में ही 737 मैक्स जेट की कुछ प्रणालियों के बारे में एक सहकर्मी से चिंता जताई थी। रिपोर्टों की मानें तो नए साक्ष्य बताते हैं कि बोइंग पायलट तीन साल पहले ही 737 मैक्स जेट (737 MAX jet) विमान की 'गंभीर खामियों' के बारे में अवगत थे। हालांकि, ये खामियां क्या थीं इस बारे में संघीय जांचकर्ताओं ने जानकारी नहीं दी गई है।
बोइंग ने गुरुवार को अमेरिकी संघीय विमानन प्रशासन को उक्त जानकारी सौंपी। इसमें कहा गया है कि विमान कंपनी ने कुछ महीने पहले ही पायलट और उसके सहकर्मी के बीच हुए संवादों की पहचान की थी। ये खुलासे बोइंग के लिए काफी मायने रखते हैं जिसने मार्च में 737 मैक्स जेट (737 MAX jet) विमानों का परिचालन रोक दिया था। यह खुलासा बोइंग के शेयरधारकों के लिए किसी सदमे से कम नहीं है क्योंकि उन्हें भरोसा है कि 737 मैक्स जेट दोबारा परिचालन में वापसी कर सकते हैं। रिपोर्टों के मुताबिक, उड़ान में प्रतिबंधों के बाद से बोइंग का स्टॉक नौ फीसद गिर गया है।
यही नहीं इस खुलासे के बाद बोइंग के शेयर शुक्रवार को लगभग सात फीसद गिरकर 344 डॉलर पर पहुंच गए। बोइंग 23 अक्टूबर को आय की तिमाही रिपोर्ट जारी करने वाला है। इस रिपोर्ट के आने के बाद ही पता चलेगा कि तमाम खुलासों और प्रतिबंधों के कारण बोइंग को कितना बड़ा झटका लगा है। बोइंग के सीईओ डेनिस मुलेनबर्ग 30 अक्टूबर को विमान की डिजाइन और उसे मिले प्रमाणन के मसले पर हाउस ट्रांसपोर्टेशन कमेटी के समक्ष पेश होने वाले हैं। यही नहीं सीनेट समिति के समक्ष भी उनकी पेशी हो सकती है।
बता दें कि मार्च में इथोपिया की राजधानी अदीस अबाबा में केन्या की राजधानी नैरोबी से उड़ान भरने के कुछ देर बाद ही बोइंग का 737 मैक्स-8 विमान क्रैश हो गया था। इससे विमान में सवार 157 लोगों की मौत हो गई थी। यही नहीं पिछले साल अक्टूबर में लॉयन एयरलाइंस का बोइंग मैक्स विमान भी जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद क्रैश हो गया था जिसमें 189 लोग मारे गए थे। इन दोनों घटनाओं के बाद कई देशों ने बोइंग विमान के उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया था। इन दोनों हादसों के बाद दुनिया की दिग्गज विमान निर्माता कंपनी को बड़ा झटका लगा था।