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डायनोसोर को भी था इंसान की तरह परफ्यूम का शौक

वर्षाें पहले धरती पर पाए जाने वाले डायनोसोर भी परफ्यूम और खुशबू वाली चीजों का शौक रखते थे। अमेरिका की ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोध में ये बात सामने आई है।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Thu, 09 Aug 2018 03:54 PM (IST)Updated: Thu, 09 Aug 2018 03:54 PM (IST)
डायनोसोर को भी था इंसान की तरह परफ्यूम का शौक
डायनोसोर को भी था इंसान की तरह परफ्यूम का शौक

वाशिंगटन [प्रेट्र]। शादी पार्टी में जाना हो या दोस्तों के साथ घूमने, कोई भी बिना परफ्यूम लगाए घर से नहीं निकलता है। युवाओं के बीच तो परफ्यूम लगाना रोजाना की आदत में शामिल है, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि वर्षाें पहले धरती पर पाए जाने वाले डायनोसोर भी परफ्यूम और खुशबू वाली चीजों का शौक रखते थे। अमेरिका की ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के शोध में ये बात सामने आई है।

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शोधकर्ताओं का कहना है कि उन्हें करीब 10 करोड़ साल पहले फूलों की खुशबू वाले इत्र के प्रमाण मिले हैं। जनरल हिस्टोरिकल बायोलॉजी में प्रकाशित शोध के आधार उस दौर के फूलों के प्रमाण आज भी मिलते हैं।

ओरेगन स्टेट यूनिवर्सिटी के कीट विज्ञानशास्त्री जॉर्ज पायनर के अनुसार, डायनोसोर ने भी फूलों में खुशबुओं की पहचान कर ली थी और फूलों की खुशबू डायनोसोर को खूब आकर्षित करती थी। शोधकर्ताओं ने म्यामांर में मिलने वाले कुछ फूलों की जांच की। इसमें सामने आया कि जिन फूलों का प्रयोग आज परफ्यूम में किया जाता है वे डायनोसोर जैसे जीवों के काल यानी मध्य क्रेटेशस युग में भी प्रयोग किए जाते थे।

शोधकर्ताओं का कहना है कि जीवश्म के सहारे फूलों की खुशबुओं का पता नहीं लगाया जा सकता, लेकिन जिन ऊतकों के कारण खुशबू वाली कोशिकाएं बनती हैं उनका पता लगाया जा सकता है। इस आधार पर डायनोसोर के समय भी परफ्यूम के प्रयोग के प्रमाण मिलते हैं। 


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