अमेरिका में कोरोना से एक ही दिन में एक हजार मौतें, मृतकों की संख्या पांच हजार के पार, हालात भयावह
कोरोना वायरस की महामारी के चलते अमेरिका में हालात बेहद भयावह हो गए हैं। कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या पांच हजार को भी पार कर गई है। जानें ताजा हालात...
वाशिंगटन, एजेंसियां। अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर जारी है। महामारी से एक ही दिन में लगभग एक हजार लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही मरने वालों की संख्या पांच हजार के पार चली गई है। कोरोना संक्रमण के चलते हालात भयावह हो रहे हैं। लगभग 26,000 लोग एक दिन में इस वायरस की चपेट में आ गए, जिससे देश में संक्रमितों की संख्या दो लाख 15 हजार से अधिक हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को आश्वासन दिया कि कोविड-19 के खिलाफ उनका प्रशासन आर-पार की लड़ाई लड़ रहा है। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने इस भयानक वायरस को हराने के लिए हर समय युद्ध जारी रखा है।
तेजी से बढ़ रहे मरीज
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि आप देखते हैं कि यह कितना भयानक है। खासकर तब जब आप कल से संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी देखते हैं। उन्होंने कहा कि हम हर मोर्चे पर वायरस पर हमला कर रहे थे। शारीरिक दूरी लागू की गई। कामगारों को आर्थिक सहायता दी गई। तेजी से चिकित्सा सुविधा का विस्तार किया गया और खतरनाक विदेश यात्रा पर प्रतिबंध लगाया गया।
न्यूयॉर्क के गवर्नर ने दूसरे राज्यों से मांगी मदद
अमेरिका में महामारी का केंद्र बने न्यूयॉर्क प्रांत के गवर्नर एंड्रयू कुओमो ने आशंका जताई है कि राज्य में कोरोना से 16 हजार लोगों की मौत हो सकती है। उन्होंने इस स्थिति से बचने के लिए अमेरिका के अन्य राज्यों के गवर्नर से मदद मांगी है। अकेले न्यूयॉर्क प्रांत में ही कोरोना से 83 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं और 2,200 से ज्यादा की मौत हो चुकी है।
एक हजार नौसैनिक क्वारंटाइन
अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस थियोडोर रूजवेल्ट के करीब एक हजार नौसैनिकों को क्वारंटाइन किया गया है। इस पोत पर करीब पांच हजार नौसैनिक मौजूद हैं। संक्रमण का पहला मामला सामने आने के बाद इन सैनिकों को बुधवार को पोत से निकालकर गुआम नौसैनिक अड्डे पर पहुंचाया गया। पोत के 93 नौसैनिकों का टेस्ट पॉजिटिव आया है।
छह हफ्ते की बच्ची की मौत
अमेरिका के कनेक्टिकट राज्य में कोरोना वायरस से पीडि़त छह हफ्ते की बच्ची की मौत हो गई। इस पर राज्य के गवर्नर नेड लेमोंट ने कहा, यह घटना याद दिलाती है कि कोई भी कोरोना वायरस से सुरक्षित नहीं है। इस राज्य में अब तक 3,500 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं।
टेक्सास यूनिवर्सिटी के 44 छात्र भी पॉजिटिव
टेक्सास यूनिवर्सिटी के 44 छात्र भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं। बताया जाता है कि देश में फैली महामारी के बीच दो सप्ताह पहले करीब 70 छात्र एक चार्टर्ड विमान से मेक्सिको के काबो सैन लुकस गए थे। इन्हीं छात्रों में से 44 का टेस्ट पॉजिटिव आया।
चिकित्सा उपकरणों की भारी कमी
अमेरिका में मास्क, ग्लव्स और गाउन समेत अहम चिकित्सा सामग्री की किल्लत हो गई है। इस कमी को दूर करने के लिए ट्रंप प्रशासन युद्धस्तर पर जुटा है। न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार ने एक अधिकारी के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया कि संघीय आपात प्रबंधन एजेंसी (एफईएमए) ने आपात भंडार से 1.16 करोड़ एन-95 मास्क, 52 लाख फेस शील्ड, 2.2 करोड़ ग्लव्स और 7,140 वेंटीलेटर की आपूर्ति की है।
खाली हुआ भंडार
ट्रंप प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'संघीय सरकार का चिकित्सा सामग्री आपात भंडार लगभग खाली हो गया है। राज्यों की ओर से मास्क, ग्लव्स आदि की निरंतर मांग की जा रही है।' इस अखबार ने हाल में एक सर्वे के हवाले से बताया था कि अमेरिका के करीब 200 छोटे-बड़े शहरों के अधिकारियों ने मास्क, वेंटीलेटर और अन्य आपात उपकरणों की जरूरत बताई है। इस कमी को दूर करने के लिए ट्रंप प्रशासन ने कई निजी अमेरिकी कंपनियों को भी वेंटीलेटर समेत कई अन्य चिकित्सा उपकरण बनाने का आदेश दिया है।
रूस से आई 60 टन चिकित्सा सामग्री
इस बीच 60 टन चिकित्सा सामग्री लेकर एक रूसी विमान बुधवार को न्यूयॉर्क के जॉन एफ केनेडी एयरपोर्ट पर उतरा। रूस के स्थायी मिशन ने गुरुवार को न्यूयॉर्क में रूसी रक्षा मंत्रालय के एक विमानवाहक विमान के उतरने का वीडियो ट्वीट किया। बीते सोमवार को ट्रंप ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की थी। इसी के बाद रूस से चिकित्सा सामग्री खरीदने का कदम उठाया गया। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा, 'कोरोना को हराने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। इसीलिए अमेरिका तत्काल आवश्यक निजी सुरक्षात्मक उपकरण रूस से खरीदने के लिए सहमत हुआ।'