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कोरियाई प्रायद्वीप के बेहद खतरनाक हालात

29 नवंबर को अंतिम बार उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाइल जापान के नजदीक तक भेजी।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Sun, 10 Dec 2017 05:22 PM (IST)Updated: Sun, 10 Dec 2017 05:22 PM (IST)
कोरियाई प्रायद्वीप के बेहद खतरनाक हालात
कोरियाई प्रायद्वीप के बेहद खतरनाक हालात

वाशिंगटन, प्रेट्र/रायटर। संयुक्त राष्ट्र ने कोरियाई प्रायद्वीप के हालात को बहुत ज्यादा तनावपूर्ण और शांति के लिए बेहद खतरनाक माना है। राजनीतिक मामलों के प्रमुख जेफ्री फेल्टमैन के उत्तर कोरिया दौरे के बाद जारी बयान में संयुक्त राष्ट्र ने यह बात कही है। फेल्टमैन ने पांच से आठ दिसंबर के बीच प्योंगयांग का दौरा किया।

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पांच साल में संयुक्त राष्ट्र के अधिकारी के तौर पर पहली प्योंगयांग यात्रा में फेल्टमैन ने उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री री योग हो और उप विदेश मंत्री पाक म्योंग गुक से कई दौर की वार्ता की। इन वार्ता का जो निष्कर्ष निकला उसके अनुसार कोरियाई प्रायद्वीप में इस समय दुनिया के सबसे मुश्किल हालात हैं। संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि गतिरोध को केवल कूटनीतिक प्रयासों से दूर किया जा सकता है। इसके लिए उत्तर कोरिया को सबसे पहले संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पारित प्रस्तावों को मानना होगा। फेल्टमैन ने यह बात उत्तर कोरिया के नेताओं को बता दी है।

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि समय बहुत कीमती है। टकराव का खतरा टालने की अविलंब जरूरत है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बिरादरी को अविलंब पहल करनी चाहिए। अपने दौरे में फेल्टमैन ने उत्तर कोरिया में मौजूद संयुक्त राष्ट्र की टीम के सदस्यों और बाल कल्याण कार्यो में जुटे लोगों से भी मुलाकात की। उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया के खतरनाक हथियार बनाने और अमेरिका को धमकाने की वजह से दोनों देशों में टकराव के हालात बन गए हैं।

अमेरिका, जापान और द. कोरिया करेंगे मिसाइल ट्रैकिंग

बीते हफ्ते अमेरिका के दक्षिण कोरिया के साथ बड़े वायुसैनिक अभ्यास के बाद अब दोनों देश जापान के साथ मिलकर मिसाइल टै्रकिंग का अभ्यास करेंगे। इससे क्षेत्र में आने वाली किसी अपरिचित मिसाइल को जल्द ढूंढ़कर उसे गिराया जा सकेगा। ऐसा उत्तर कोरिया के कई बार के मिसाइल परीक्षण के बाद किया जा रहा है। इन परीक्षणों में मिसाइल को जापान के ऊपर से गुजारा गया।

29 नवंबर को अंतिम बार उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाइल जापान के नजदीक तक भेजी। बिना पूर्व सूचना के होने वाले परीक्षणों से जापान और दक्षिण कोरिया को हमेशा खतरा बना रहता है। वैसे उत्तर कोरिया के पड़ोसी उत्तर कोरिया को किसी भी मिसाइल हमले से बचाने के लिए अमेरिका ने वहां पर थाड एंटी मिसाइल सिस्टम की तैनाती कर रखी है लेकिन जापान में ऐसा कोई सिस्टम नहीं है।

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