Global Warming से दुनियाभर में बढ़ रहा डेंगू का खतरा, इसके पीछे का तर्क जान चौक जाएंगे
खतरे के दायरे में आ जाएगी दो अरब अतिरिक्त आबादी। गर्मी के कारण जल्दी काटने लायक हो जाते हैं डेंगू के मच्छर।
वाशिंगटन, द न्यूयॉर्क टाइम्स। ग्लोबल वार्मिग की मार खेती-किसानी से लेकर रोजमर्रा के लगभग हर काम पर देखी जा सकती है। बढ़ते तापमान को लेकर हर ओर चिंता जताई जा रही है। ग्लेशियरों की पिघलती बर्फ से एक ओर जहां धरती का एक बड़ा हिस्सा डूबने की आशंका है, तो दूसरी ओर तपती गर्मी के कारण बन रही सूखा की स्थिति भी चिंताजनक है।
इन सबके बीच चिंता का एक और कारण सामने आया है। एक अध्ययन में पाया गया है कि गर्म होती दुनिया में डेंगू का खतरा भी बढ़ सकता है।
डेंगू का आतंक भारत और ब्राजील जैसे अपेक्षाकृत गर्म वातावरण वाले देशों में ज्यादा है। मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के कारण फैलने वाली इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, जोड़ों में दर्द और अंदरूनी रक्तस्राव शुमार हैं।
दुनियाभर में हर साल डेंगू के करीब 10 लाख नए मामले सामने आते हैं। अध्ययन में कहा गया है कि 2015 की तुलना में 2080 में दो अरब अतिरिक्त आबादी डेंगू के खतरे की जद में आ जाएगी।
विज्ञान पत्रिका नेचर माइक्रोबायोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, वातावरण में बढ़ती गर्मी एडीज इजिप्टी प्रजाति के मच्छरों को उन इलाकों में भी बढ़ने में मदद करेगी, जहां अभी इनका प्रसार कम है।
दक्षिणपूर्वी अमेरिका, चीन व जापान के तटीय इलाके और ऑस्ट्रेलिया के बड़े हिस्से में ग्लोबल वार्मिग इन मच्छरों के प्रसार का कारण बन रही है। गर्मी इन मच्छरों के शारीरिक विकास में भी मदद करती है। गर्म मौसम में मच्छर ज्यादा जल्दी काटने के काबिल हो जाते हैं। इससे उनके पास बीमारी फैलाने का वक्त भी ज्यादा रहता है।
लगातार बढ़ रहा खतरा
अध्ययन के दौरान मॉडल के जरिये 2020, 2050 और 2080 के हालात का अनुमान लगाया गया। इसमें ग्लोबल वार्मिग की वर्तमान स्थिति को केंद्र में रखते हुए डेंगू के प्रसार का आकलन किया गया। इसमें पाया गया कि हर स्थिति में डेंगू का खतरा लगातार बढ़ता जाएगा। हालांकि अगर दुनिया के बढ़ते तापमान को रोका जा सके, तो इस खतरे को भी कम किया जा सकता है।
इंसानों को ही निशाना बनाते हैं एडीज मच्छर
डेंगू, चिकुनगुनिया और जीका जैसी बीमारियां मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के कारण फैलती हैं। इस प्रजाति के मच्छर इसलिए भी ज्यादा खतरनाक हैं क्योंकि ये केवल इंसानों को काटना ही अपनी प्राथमिकता में रखते हैं। वहीं अन्य प्रजाति के मच्छर किसी भी जीव को काट लेते हैं।
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