ज्यादा नमी वाले और गर्म मौसम में कम टिकता है कोरोना वायरस, पढ़ें शोधकर्ताओं ने क्या कहा
वैज्ञानिकों ने कहा कि वायरस कम तापमान और कम नमी में ज्यादा समय तक टिका रह पाता है जबकि गर्म और ज्यादा नमी वाले मौसम में इसका जीवन आधा रह जाता है।
वॉशिंगटन, पीटीआइ। वैज्ञानिकों ने कोविड-19 का कारण बनने वाले नोवेल कोरोना वायरस पर अलग-अलग वातावरण से पड़ने वाले प्रभाव का पता लगाया है। इस जानकारी के आधार पर वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष भी दिया है कि जब-जब मौसम इस वायरस के अनुकूल होगा, तब-तब इसका संक्रमण तेजी से फैलने का खतरा रहेगा।
अमेरिका की मार्शल यूनिवíसटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि नोवेल कोरोना वायरस ज्यादा नमी और अधिक तापमान वाले मौसम में कम समय तक ही टिक पाता है। इस अध्ययन को विज्ञान पत्रिका इमìजग इन्फेक्शियस डिजीज में प्रकाशित किया गया है। अध्ययन के लिए वायरस को सात दिन तक तीन अलग तरह के मौसम में परखा गया। इस दौरान वायरस और उसके जेनेटिक आरएनए की उपस्थिति को जांचा गया। इसमें पाया गया कि अलग-अलग परिस्थिति में वायरस 12 से 48 घंटे तक सक्रिय रह पाता है।
वैज्ञानिकों ने कहा कि वायरस कम तापमान और कम नमी में ज्यादा समय तक टिका रह पाता है, जबकि गर्म और ज्यादा नमी वाले मौसम में इसका जीवन आधा रह जाता है। ऐसे मौसम में संक्रमण के प्रसार की गति धीमी पड़ सकती है। इससे एक आशंका यह भी बन रही है कि वायरस के अनुकूल मौसम होने की स्थिति में संक्रमण फिर जोर भी पकड़ सकता है। एक अन्य अध्ययन में वैज्ञानिकों ने एन95 मास्क को विसंक्रमित करने और उसके पुन: प्रयोग को लेकर भी शोध किया था। वैज्ञानिकों ने पाया था कि वाष्पीकृत हाइड्रोजन परऑक्साइड और पराबैंगनी किरणें इन्हें विसंक्रमित करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम हो सकती हैं। ऐसे विसंक्रमित किए हुए मास्क का दोबारा प्रयोग किया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि इस महामारी ने यह बता दिया है कि संक्रामक बीमारियां जन स्वास्थ्य के लिए खतरा बनी रहेंगी। इसलिए इनसे निपटने की दिशा में लगातार शोध की किए जाने की जरूरत है।
भारत का हाल
भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus in India) के नए मामलों में कमी देखने को नहीं मिल रही। देश में लगातार बढ़ते मामलों के बीच संक्रमित मरीजों की संख्या 4.25 लाख के पार पहुंच गई है। हालांकि राहत की बात ये है कि इनमें से कुल 2 लाख 37 हजार 196 मरीज पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। आइसीएमआर के मुताबिक देश में 69 लाख 50 हजार 493 लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना वायरस के 14,821 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 445 लोगों की मौत हुई है।
भारत में महाराष्ट्र सबसे प्रभावित राज्य
महाराष्ट्र में 3,870 नए केस मिले। महाराष्ट्र में संक्रमितों की संख्या 1.32 लाख को पार कर गई है। रविवार को 3,870 नए मामले सामने आए थे। राज्य में अब तक 6,170 लोगों की जान भी जा चुकी है। अब तक 65,744 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। राज्य में सक्रिय मामले 60,161 रह गए हैं।