कोरोना संकट भारत के लिए 'आयुष्मान भारत' को रफ्तार देने का हो सकता है अवसर: WHO प्रमुख
विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने भारत की एक योजना का जिक्र करते हुए कहा है कि भारत के लिए ये आपदा एक अवसर बन सकती है।
यूनाइटेड नेशंस, प्रेट्र। कोरोना वायरस महामारी ने कई देशों के लिए चुनौतियां पेश की हैं। दुनिया के कई देश इसे लेकर परेशान हैं। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन(डब्ल्यूएचओ) ने भारत की एक योजना का जिक्र करते हुए कहा है कि भारत के लिए ये आपदा एक अवसर बन सकती है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडहोम फेब्रेयियस ने कहा है कि कोविड-19 महामारी, जिसने कई देशों के लिए चुनौतियां पेश की हैं। यह भारत के लिए उनकी स्वास्थ्य बीमा योजना 'आयुष्मान भारत' को गति देने के लिए एक अवसर हो सकता है, विशेष रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा पर ध्यान केंद्रित करने के लिए।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने भारत में कोविड-19 की स्थिति पर एक सवाल का जवाब दे रहे थे, जहां कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। भारत COVID-19 महामारी से छठा सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला देश बन गया। भारत में शनिवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक कोरोना वायरस के 9,887 मामले सामने आए है। इस दौरान 294 लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना के कुल 2,36,657 मामले सामने आ चुके हैं और मरने वालों की संख्या 6,642 हो गई है।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने शुक्रवार को जेनेवा में एक ब्रीफिंग प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बेशक COVID बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह कई देशों के लिए चुनौतीपूर्ण है लेकिन हमें इसमें भी अवसरों की तलाश करने की भी जरूरत है। उदाहरण के लिए, यह समय भारत के लिए आयुष्मान भारत को गति देने का एक अवसर हो सकता है, विशेष रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल पर ध्यान देने के साथ। मुझे पता है कि आयुष्मान भारत के कार्यान्वयन में तेजी लाने और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और सामुदायिक भागीदारी के साथ सरकार से एक मजबूत प्रतिबद्धता है, मुझे लगता है कि हम वास्तव में इससे काफी कुछ पा सकते हैं।