परीक्षण के दौर में कोरोना वैक्सीन: अमेरिका में पहले किसे मिलेगी वैक्सीन, तैयार हो रही योजना
सीडीसी के साथ मिलकर काम कर रही सलाहकार समिति यह तय करने में अहम भूमिका निभा रही है कि नई वैक्सीन किस तरह अमल में लाई जाए।
वाशिंगटन, एजेंसी। दुनिया में कोरोना महामारी से से सबसे ज्यादा जूझ रहे अमेरिका में इस खतरनाक वायरस से मुकाबले के लिए तैयार होने वाली वैक्सीन को लेकर अभी से योजना बनने लगी है। अधिकारी इस बारे में निर्णय लेने की कवायद में जुटे हैं कि सबसे पहले किन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी।
परीक्षण के दौर में कोरोना वैक्सीन, सर्दी तक बाजार में आने का अनुमान
हालांकि अभी तक कोरोना वैक्सीन तैयार नहीं हुई है। दुनिया के कई देशों में इस पर परीक्षण चल रहे हैं। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि आगामी सर्दी तक वैक्सीन बाजार में आ सकती है। लेकिन अमेरिकियों तक इसकी व्यापक उपलब्धता में काफी समय लग सकता है।
वरीयता के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी
अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (सीडीसी) और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की एक सलाहकार समिति गत अप्रैल से एक रैंकिंग व्यवस्था पर काम कर रही है, जिसके तहत वरीयता के आधार पर वैक्सीन दी जाएगी। इसकी प्रारंभिक योजना के अनुसार, स्वीकृति मिलने पर वैक्सीन सबसे पहले चिकित्सा और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों को दी जाएगी। इसके बाद उन आवश्यक सेवाओं से जुड़े कामगारों को वैक्सीन दी जाएगी, जिन्हें कोरोना महामारी को लेकर ज्यादा खतरे में समझा जाएगा। फिर बुजुर्गो और अन्य लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।
हम किसी और नहीं बल्कि प्रारंभिक योजना पर आगे बढ़ रहे हैं
एजेंसी के अधिकारी और सलाहकार अश्वेत और लैटिन लोगों को लेकर एक दूसरे विकल्प पर भी विचार कर रहे हैं। क्योंकि ये लोग तेजी से कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। हालांकि यह विकल्प विवादास्पद बनता जा रहा है। इसके चलते नस्ली न्याय का मुद्दा खड़ा हो गया है। सलाहकार समिति के प्रतिनिधि और टीकाकरण प्रबंधक संघ के निदेशक क्लेयर हन्नान ने कहा, 'हम किसी और नहीं बल्कि प्रारंभिक योजना पर आगे बढ़ रहे हैं। हालांकि मैं इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं हूं कि जन स्वास्थ्य के लिहाज से वैक्सीन को किस तरह देखा जाएगा।' सीडीसी के साथ मिलकर काम कर रही सलाहकार समिति यह तय करने में अहम भूमिका निभा रही है कि नई वैक्सीन किस तरह अमल में लाई जाए।