ओहियो से हटाई जा रही कोलंबस की प्रतिमा, गवर्नर ने दिए आदेश
क्रिस्टोफर कोलंबस की एक प्रतिमा को उनके नाम वाले ओहियो शहर से हटा दिया जाएगा। कोलंबस के मेयर एंड्रयू गिन्थर ने गुरुवार को इसे हटाने की घोषणा की है।
कोलंबस,एपी। क्रिस्टोफर कोलंबस की एक मूर्ति को ओहियो शहर से हटा दिया जाएगा। कोलंबस के मेयर एंड्रयू गिन्थर ने गुरुवार को हटाने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि सिटी हॉल में लगी मूर्ति को तुरंत हटाकर भंडारण में रखा जाएगा। यह कदम स्मारक के रूप में कन्फेडरेट्स और अन्य ऐतिहासिक व्यक्तित्वों के लिए आता है जिन्होंने देश भर में दूसरों को दमित या परेशान किया है।
हमारे समुदाय के कई लोगों के लिए, प्रतिमा पितृसत्ता, उत्पीड़न और विभाजन का प्रतिनिधित्व करती है। गिन्थर ने एक बयान में कहा। यह हमारे महान शहर का प्रतिनिधित्व नहीं करता है, और हम अब अपने बदसूरत अतीत की छाया में नहीं रहेंगे। जानकारी के लिए बता दें कि अमेरिका में अश्वेत जॉर्ज फ्लायड की मौत के बाद से देश में हिंसक विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
अमेरिका में नस्लभेदी गुस्सा थम नहीं रहा प्रदर्शन हर रोज और तेज होते जा रहे हैं। लोगों ने अब अपना गुस्सा क्रिस्टोफर कोलंबस और जे फरसन डेविस की ऐतिहासिक प्रतिमाओं को तोड़कर उतारना शुरू कर दिया है।
अमेरिका के नस्लभेदी इतिहास के निशान को मिटाने के नारे उठ रहे हैं। यहां ऐसे लोगों की मूर्तियों को जिन्होंने उपनिवेशवाद या अश्वेतों की गुलामी को किसी भी तरह समर्थन दिया था, अब उन सभी को हटाने की मांगे की जा रही है। इसी बीच बुधवार को बॉस्टन शहर में प्रदर्शनकारियों ने 'अमेरिका की खोज करने वाले' क्रिस्टोफर कोलंबस की एक मूर्ति का सिर तोड़ दिया।
दरअसल, कोलंबस को वहां औपनिवेशिकवाद की शुरुआत करने वाला माना जाता है। बॉस्टन के अलावा डाउनटाउन मायामी में भी कोलंबस की एक मूर्ति के साथ तोड़फोड़ की गई थी। गौरतलब है कि अमेरिका में लगभग हर 50 राज्य इस प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं। इन प्रदर्शनों में लोग लगातार ये दबाव बना रहे है कि देश में ऐसी स्मारकों या मूर्तियों को हटा दिया जाए जिनका अमेरिका के नस्लभेदी से इतिहास से जुड़ा रहा है।