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दुनिया पर नजर रखने के लिए चीन अपना रहा खुफिया पैतरे, पेंटागन ने दी जानकारी

दुनिया भर में चीन की जासूसी का आए दिन खुलासा हो रहा है। चीन अपने राष्ट्रिय खुफिया तंत्र के माध्यम से कई देशों के निष्पक्ष और गलत तरीकों से बड़ी मात्रा में जानकारी एकत्र करता है। दुनियाभर में चीन के जासूस फैले हुए हैं जो देशों की जासूसी करते हैं

By Ashisha RajputEdited By: Published: Tue, 21 Dec 2021 01:51 PM (IST)Updated: Tue, 21 Dec 2021 05:02 PM (IST)
दुनिया पर नजर रखने के लिए चीन अपना रहा खुफिया पैतरे, पेंटागन ने दी जानकारी
दुनिया पर नजर रखने के लिए चीन अपना रहा खुफिया पतरे

हांगकांग, एएनआइ। दुनिया भर में चीन की जासूसी का आए दिन खुलासा हो रहा है। चीन अपने राष्ट्रीय खुफिया तंत्र के माध्यम से दुनिया भर की निष्पक्ष और गलत तरीकों से बड़ी मात्रा में जानकारी एकत्र करता है। दुनिया के अलग-अलग देशों में चीन के जासूस फैले हुए हैं, जो देशों की खुफिया जासूसी करते हैं, जिनमें कुछ जासूसी व्यक्तियों और व्यवसायों द्वारा की जाती है, लेकिन इसका एक बड़ा हिस्सा चीनी सरकार द्वारा चलाया जाता है।

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पेंटागन ने दी जानकारी

चीन की खुफिया जासूसी का मामला आए दिन बढ़ता जा रहा है। दरअसल, 3 नवंबर 2021 को पेंटागन की अपनी चीन सैन्य शक्ति रिपोर्ट के 21वे संस्करण में चीनी जासूसी का खुलासा किया था, जिसका चीन ने खंडन किया था। आपको बता दें कि पेंटागन अमेरिका का रक्षा मुख्यालय है, जो वाशिंगटन में मौजूद है। वहीं एफबीआइ ने 2020 के औसतन हर दस घंटे में चीन से संबंधित काउंटर इंटेलिजेंस का मामला खोला है, जिसमें चीन पर संवेदनशील डेटा व भारी मात्रा में वस्तुओं को चुराने के मामले हैं।

इसके अलावा एफबीआइ के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि 2020 में एफबीआइ के पास अपनी पुस्तकों पर लगभग 5 हजार सक्रिय काउंटर इंटेलिजेंस के मामले थे, जिनमें से लगभग आधे चीन से संबंधित थे। बता दें कि चीन की हरकतें साल दर साल बढ़ती जा रही हैं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार, चीन से जुड़े आर्थिक जासूसी के मामलों में पिछले एक दशक में 1,300 फीसद की वृद्धि हुई है। पेंटागन ने यह भी खुलासा किया, 'चीन के जनवादी गणराज्य (पीआरसी) के संवेदनशील मामले में दोहरे रवैये का पता चलता है। इसमें सैन्य उपकरणों के लिए विकिरण कठोर एकीकृत सर्किट, मोनोलिथिक माइक्रोवेव एकीकृत सर्किट, अंतरिक्ष संचार, एक्सेलोरोमीटर, जाइरोस्कोप, नौसेना और प्रोद्योगिकी व‍िभाग शामिल हैं।

एक उदाहरण में चीनी नागरिक किंगशान ली शामिल हैं, जिन्हें चीन को निर्यात नियंत्रित रेडियो भेजने के प्रयास के लिए जून 2020 को तीन साल जेल की सजा सुनाई गई थी। फिर सितंबर 2020 में, एक और चीनी राष्ट्रीय धोखे से निर्यात करने के लिए साजिश रचने में दोषी पाया गया। लगातार सामने आ रहे ऐसे मामले चीन की काली करतूतों को साफ दर्शाते हैं।

चीन के खुफिया जासूसी के मामले अमेरिका में सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं। हाल ही में अमेरिका लाए गए चीन के एक बड़े जासूस यांजुन शू ने पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें पता चला की चीन किस तरह छुप-छुप कर अमेरिका की जासूसी कर रहा है, चीन की इन हरकतों से दोनों देशों के बीच जो तनातनी जारी है वो और भी ज्यादा बढ़ सकती है। 


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