कोरोना संक्रमण से जल्द उबर रहे बच्चे, पढ़ें अध्ययन में सामने आईं बातें
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में छपे अध्ययन के अनुसार यह निष्कर्ष चीन और सिंगापुर के कुल 1065 प्रतिभागियों पर किए गए 18 अध्ययनों के मूल्यांकन के आधार पर निकाला गया है।
वॉशिंगटन, पीटीआई। कोरोना वायरस (कोविड-19) से पूरी दुनिया प्रभावित है। हर उम्र के लोग संक्रमित हो रहे हैं। इससे बच्चे भी अछूते नहीं हैं। लेकिन शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चे कोरोना संक्रमण से शीघ्रता से उबर रहे हैं। अध्ययन में शामिल ज्यादातर कोरोना पीडि़त बच्चों में मामूली लक्षण पाए गए। ऐसे बच्चे महज एक या दो हफ्ते में ही पूरी तरह उबर गए।
अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन जर्नल में छपे अध्ययन के अनुसार, यह निष्कर्ष चीन और सिंगापुर के कुल 1065 प्रतिभागियों पर किए गए 18 अध्ययनों के मूल्यांकन के आधार पर निकाला गया है। इन प्रतिभागियों में ज्यादातर कोरोना वायरस से संक्रमित बाल रोगी थे।
इटली की पाविया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि कोरोना संक्रमण से पीडि़त ज्यादातर बाल रोगियों में बुखार, सूखी खांसी, थकान या अन्य लक्षण नहीं दिखे। सिर्फ एक बच्चे में निमोनिया के लक्षण पाए गए। उसका सफलतापूर्वक उपचार कर दिया गया। ज्यादातर बाल रोगियों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया और लक्षण वाले पीडि़तों को मुख्य रूप से सहायक देखभाल की जरूरत पड़ी। इनमें से नौ वर्ष की उम्र तक के एक भी बच्चे की मौत की खबर नहीं है। विश्लेषण के आधार पर शोधकर्ताओं ने बताया कि बाल रोगी अपने माता-पिता या दूसरे पारिवारिक सदस्यों के करीबी संपर्क में आने से संक्रमित हुए। इससे यह भी जाहिर होता है कि नवजात भी कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। वे अपनी माताओं से संक्रमित हो सकते हैं। इसकी पुष्टि के लिए विस्तृत शोध की जरूरत है।