समर कैंप जैसी गतिविधियों से बढ़ता है बच्चों का ज्ञान, इस तरह किया अध्ययन
अमेरिकी यूनिवर्सिटी ने चार से नौ वर्ष की आयु के बच्चों पर अध्ययन कर निकाला निष्कर्ष, ऐसी गतिविधियों से चीजों को जल्दी सीख लेते हैं बच्चे
वाशिंगटन [प्रेट्र]। एक तरफ जहां बच्चों की पढ़ाई कठिन होती जा रही है, वहीं दूसरी ओर स्मार्टफोन, लैपटॉप आदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स उनका मन भटकाने का काम कर रहे हैं। ऐसे में अध्यापक और अभिभावक दोनों ही ऐसे तरीके तलाश रहे हैं, जिनसे बच्चों को पढ़ाने में मदद मिल सके और वे अपने लेसन को जल्दी सीख सकें। इस दिशा में किए गए एक अध्ययन में ऐसी बात सामने आई है, जिससे बच्चे खुशी-खुशी नई चीजों को जल्द सीख सकेंगे।
दरअसल, शोधकर्ताओं ने अध्ययन के आधार पर पता लगाया है कि समर कैंप, चिड़ियाघर की सैर जैसी वे गतिविधियां जो बच्चों को वास्तविक दुनिया के अधिक करीब ले जाती हैं, उनके ज्ञान में वृद्धि करने में सहायक साबित होती हैं। इससे वे न केवल किसी चीज को जल्द सीख पाते हैं, बल्कि उसे अधिक समय तक याद भी रख सकते हैं।
अमेरिका स्थित ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पाया कि चार से नौ साल के बच्चों का जानवरों और उनके वर्गीकरण को लेकर ज्ञान चार दिन के चिड़ियाघर के कैंप के बाद बढ़ गया। वे जानवरों के बारे में बेहद आसानी से ज्यादा चीजें सीख गए।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, यह कैंप सिर्फ इसलिए नहीं था कि बच्चे इसमें शामिल हों और जानवरों से जुड़ी नई बातें सीखें, बल्कि इसे खास ढंग से आयोजित किया गया था। इसमें देखा गया था कि बच्चे जानवरों के बारे में कितना जानते हैं। साथ ही वे अपना ज्ञान बढ़ा सकें इसके लिए खास तैयारी की गई थी। एक्पेरीमेंटल चाइल्ड साइकोलॉजी नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के प्रमुख लेखक लायेला अनगर के मुताबिक, इस अध्ययन से हमें पता चला कि ज्ञान वृद्धि के लिए सालों की पढ़ाई की जरूरत नहीं होती। यदि कुदरती अनुभव के बीच किसी चीज को सिखाया जाए तो उसे सीखने में बहुत कम समय लगता है।
यह आया सामने
चिड़ियाघर में कैंप के दौरान चिड़ियाघर की सैर, लाइव शो, क्राफ्ट सेशन आदि के जरिये जीवों की और जानकारियां उन्हें दी गईं। कैंप समाप्त होने के बाद जब उनकी परीक्षा ली गई तो पता चला कि उनकी जानकारी में अच्छी खासी वृद्धि हुई। वे कठिन शब्दों और मुश्किल जानकारियों को आसानी से याद रख सके।
इस तरह किया अध्ययन
शोधकर्ताओं ने अध्ययन में चार से नौ साल की उम्र के 28 बच्चों को शामिल किया। इन्हें अमेरिका के पिट्सबर्ग में एक चिड़ियाघर में चार दिन के समर कैंप पर ले जाया गया। इस कैंप की शुरुआत से पहले बच्चों की एक परीक्षा ली गई और ऐसी ही एक परीक्षा कैंप समाप्त होने के बाद हुई। इसमें स्तनधारियों, पक्षियों और सरीसृप वर्ग के जीवों के बारे में सवाल पूछे गए थे।