Move to Jagran APP

एच -1 बी वीजा नियमों में बदलाव से प्रतिभाशाली लोग होंगे आकर्षित- US अधिकारी

अमेरिका में एच-1 बी वीजा के नियमों में हाल ही में किए गए बदलावों को यूएस के एक अधिकारी ने काफी अच्छा बताया है। माना जा रहा है कि अमेरिकी सरकार के इस कदम से भारत के हजारों आइटी (सूचना प्रौद्योगिकी) पेशेवर प्रभावित होंगे।

By Pooja SinghEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2020 08:35 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2020 12:35 PM (IST)
एच -1 बी वीजा नियमों में बदलाव से प्रतिभाशाली लोग होंगे आकर्षित- US अधिकारी
एच -1 वीजा नियमों में बदलाव से दुनियाभर से आकर्षित होंगे प्रतिभाशाली लोग।

वाशिंगटन, पीटीआइ। ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में एच1 बी वीजा के लिए लगाई गई नई पाबंदियों को बेहतर बताया है। यूएस अधिकारियों का कहना है कि इस फैसले से शानदार और प्रतिभाशाली लोग आकर्षित होंगे। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि यूएस एच1 बीच विदेशी वर्कर वीजा (US H-1B foreign workers visa) में जो बदलाव हुए हैं उससे पूरी दुनिया में रह रहे प्रतिभाशाली लोगों के आकर्षित होने में मदद मिलेगी। 

loksabha election banner

बता दें कि ट्रंप प्रशासन ने स्थानीय कामगारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चुनाव से पहले एच1बी वीजा को लेकर नई पाबंदियां लगाई हैं। माना जा रहा है कि अमेरिकी सरकार के इस कदम से भारत के हजारों आइटी (सूचना प्रौद्योगिकी) पेशेवर प्रभावित होंगे। नए प्रतिबंधों के संबंध में बताया गया है कि इसका उद्देश्य योग्य अभ्यर्थियों को एच1बी वीजा देना है। नया नियम 60 दिनों में प्रभावी होगा।

राष्ट्रपति चुनाव से पहले लिया फैसला

अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग पिछले दिनों  घोषित अंतरिम नियम से 'विशेष व्यवसाय' की परिभाषा का दायरा संकुचित कर दिय जाएगा। खास बात यह है कि कंपनियां विशेष व्यवसाय की परिभाषा के आधार पर ही बाहरी कर्मचारियों के लिए एच1बी वीजा का आवेदन करेगी। बता दें कि ट्रंप सरकार ने यह बदलाव ऐसे समय किया है, जब अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में चार सप्ताह से भी कम का समय बचा हुआ है। 

होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की एक्टिंग सेक्रेटरी चैड वुल्फ ने बताया था कि सरकार कानून के दायरे में अमेरिकी कामगारों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएंगी। एच1 बी एक गैर आव्रजन वीजा है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को ऐसे विशेष व्यवसायों में नियुक्त करने की अनुमति देता है, जिनमें सैद्धांतिक या तकनीकी विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है।

भारतीय पर पड़ेगा असर
बता दें कि प्रौद्योगिकी कंपनियां भारत और चीन जैसे देशों से प्रत्येक वर्ष दसियों हजार कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिए इस वीजा पर निर्भर हैं। एच1बी वीजा प्रावधानों को कड़ा करने से पहले से ही बड़ी संख्या में भारतीयों ने अपनी नौकरी खो दी है और कोरोना महामारी के दौरान घर वापस आ रहे हैं।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.