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बोइंग के सीईओ को अमेरिकी संसदीय समिति ने किया तलब, 737 मैक्स विमान हादसों को लेकर होगी पूछताछ

अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की एक समिति ने 737 मैक्स विमानों की दुर्घटनाओं पर सफाई देने के लिए विमानन कंपनी बोइंग के सीईओ डेनिस मुलेनबर्ग को तलब किया है।

By Tilak RajEdited By: Published: Wed, 18 Sep 2019 06:59 PM (IST)Updated: Wed, 18 Sep 2019 06:59 PM (IST)
बोइंग के सीईओ को अमेरिकी संसदीय समिति ने किया तलब, 737 मैक्स विमान हादसों को लेकर होगी पूछताछ
बोइंग के सीईओ को अमेरिकी संसदीय समिति ने किया तलब, 737 मैक्स विमान हादसों को लेकर होगी पूछताछ

वाशिंगटन, रायटर। अमेरिकी संसद के निचले सदन प्रतिनिधि सभा की एक समिति ने 737 मैक्स विमानों की दुर्घटनाओं पर सफाई देने के लिए विमानन कंपनी बोइंग के सीईओ डेनिस मुलेनबर्ग को तलब किया है। ट्रांसपोर्टेशन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कमेटी के अध्यक्ष पीटर डीफैजिओ ने बोइंग की कमर्शियल एयरप्लेन डिवीजन के मुख्य इंजीनियर जॉन हैमिल्टन को भी गवाही के लिए समिति के समक्ष पेश होने को कहा है।

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737 मैक्स विमानों की तकनीक को लेकर उठे थे सवाल सवाल

पिछले हफ्ते डीफैजिओ ने 737 मैक्स विमानों की डिजाइन और प्रमाणीकरण पर सवाल-जवाब के लिए मुलेनबर्ग को कंपनी के अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा था। कंपनी के प्रतिनिधि ने कहा है, 'बोइंग को संसदीय समिति का निमंत्रण मिल गया है। उस पर विचार किया जा रहा है। हम संसद और नियामक प्राधिकरणों के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर हैं, ताकि मैक्स विमानों की सेवा बहाल हो सके।' पिछले साल अक्टूबर में इंडोनेशिया एयरलाइंस और इस साल मार्च में इथोपिया एयरलाइंस का बोइंग 737 मैक्स विमान उड़ान भरने के कुछ मिनटों में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इन दोनों हादसों में करीब 350 लोगों की जान गई थी। इसके बाद 737 मैक्स विमानों की डिजाइनिंग में इस्तेमाल की जा रही तकनीकों को लेकर सवाल उठाए गए थे। बाद में कंपनी को इन विमानों को सेवा से हटाना पड़ा था, जिससे उसे अरबों का नुकसान हुआ।

पीडि़तों ने विमान से जुड़े दस्तावेज मांगे

इथोपिया एयरलाइंस हादसे के पीडि़तों का मुकदमा लड़ रहे वकील ने बोइंग और अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए) से उन कागजातों की मांग की है, जिनमें अक्टूबर के हादसे के बाद भी विमान की सेवा जारी रखने के निर्णय की जानकारी है। दरअसल, अक्टूबर के हादसे के बाद एफएए ने विमान के स्वचालित फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम के सेंसर पर सवाल उठाए थे। बावजूद इसके एजेंसी ने विमान की सेवा जारी रखने की अनुमति दे दी थी।


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