मजार ए शरीफ में विमान को रोके जाने की खबर पर अमेरिकी विदेश मंत्री की सफाई, कही यह बात
ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान अमेरिकियों को वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ जाने की अनुमति देने की प्रतिबद्धता पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि मजार-ए-शरीफ में किसी विमान को बंधक बनाकर रखा गया है।
दोहा, रायटर। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान से आई एक बड़ी खबर का खंडन किया है। हाल में इस तरह की जानकारी आई थी कि दर्जनों अमेरिकी नागरिकों सहित करीब एक हजार लोग मजार ए शरीफ में फंसे हुए हैं। इनको लेकर जाने वाले विमान तालिबान की इजाजत न मिलने के कारण रुके हुए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि यह खबर गलत है कि तालिबान ने किसी को रोका है। उन्होंने बताया कि यह जरूर है कि दस्तावेजों में कमियां होने के कारण अभी चार्टर फ्लाइट उड़ने की इजाजत नहीं दी गई है।
पत्रकार वार्ता में विदेश मंत्री ने बताया कि मजार ए शरीफ में बहुत कम संख्या में अमेरिकी हैं, जिनकी निकासी की जानी है। यहां सबसे बड़ी चुनौती ऐसे अफगान लोगों की है, जिनके दस्तावेजों में कमी है, इसके कारण वहां से सभी लोगों के आने में दिक्कत पैदा हुई है। जहां तक मेरी समझ है कि तालिबान ने किसी भी वैधानिक दस्तावेज वाले व्यक्ति को देश से बाहर जाने से नहीं रोका है। चूंकि सभी लोगों को एक साथ आना है, इसलिये इंतजार करना पड़ रहा है। ज्ञात हो कि मजार ए शरीफ में फ्लाइट उड़ने से रोकने की खबर के बाद बाइडन प्रशासन की रिपब्लिकन नेताओं ने कड़ी आलोचना की थी।
अगले कुछ दिनों में यात्रियों के लिए तैयार हो जाएगा काबुल हवार्इअड्डा
ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान अमेरिकियों को वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ जाने की अनुमति देने की प्रतिबद्धता पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि मजार-ए-शरीफ में किसी विमान को बंधक बनाकर रखा गया है। हमें विभिन्न आवश्यकताओं के माध्यम से काम करना होगा और हम यही काम कर रहे हैं। ब्लिंकन के साथ कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने कहा कि उनके देश को उम्मीद है कि काबुल हवाईअड्डा अगले कुछ दिनों में यात्रियों के लिए तैयार हो जाएगा, लेकिन इसे कैसे चलाया जाए, इस पर अभी तक कोई समझौता नहीं हुआ है।
तालिबान अमेरिका के साथ काम करने की सजा देना चाहता है इन्हें
अमेरिकी रक्षा विभाग के पूर्व वरिष्ठ अधिकारी माइक मूलराय ने कहा था कि 'तालिबान इन लोगों की निकासी में रोड़ा अटकाना चाहता है, क्योंकि इन्होंने अमेरिका के साथ काम किया था। वह इन्हें सजा देना चाहता है।' जबकि अमेरिकी सांसद और विदेश मामलों की संसदीय समिति के सदस्य माइकल मैककाल ने रविवार को कहा, 'तालिबान छह विमानों को अफगानिस्तान से निकलने नहीं दे रहा है। अमेरिकियों को बंधक बनाया गया है। तालिबान इन विमानों को अनुमति देने के बदले में कुछ चाह रहा है।'
वैध पासपोर्ट-वीजा पर अफगान जा सकते हैं देश से बाहर : तालिबान
काबुल, एपी : अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के तालिबान अधिकारी ने कहा है कि मजार ए शरीफ में निकासी के लिए खड़े विमानों में जाने के लिए किसी भी अफगान को नहीं रोका जा रहा है। उनके पास वैध पासपोर्ट और वीजा का होना जरूरी है। एयरपोर्ट अधिकारी मावलावी हाफिज मंसूर का कहना है कि मजार ए शरीफ से लोगों को ले जाने के लिए खड़े चार विमानों में से एक विमान में जाने वालों अफगानों के पास न तो वैध पासपोर्ट है और न ही वैध वीजा। मंसूर ने वैध और बिना दस्तावेज वाले अफगानों की संख्या का विवरण नहीं दिया है।