आस्ट्रियन डॉक्टर का आरोप उसके अमेरिकी मरीजों को गर्भपात से रोका जा रहा, दर्ज कराया मुकदमा
आस्ट्रियन डॉक्टर अमेरिका के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। डॉक्टर का आरोप है कि प्रिस्क्रिप्शन को जब्त करके उनके मरीजों को गर्भपात करने से रोका जा रहा है।
बोइसे,एपी। एक आस्ट्रियन डॉक्टर जो दुनिया भर के रोगियों को गर्भपात की दवाइयां देती है वह अमेरिका पर मुकदमा कर रही हैं। दरअसल, डॉ रेबेका कथित तौर पर उसके प्रिस्क्रिप्शन को जब्त करके अपने अमेरिकी मरीजों को गर्भपात से रोकने के लिए अमेरिका पर मुकदमा कर रहीं है।
डॉ रेबेका गोम्पर्ट्स ने सोमवार को इडाहो में अमेरिकी जिला अदालत में मुकदमा दायर करते हुए न्यायाधीश से कहा कि वह खाद्य और औषधि प्रशासन को कोई भी ऐसा कदम उठाने से रोकें जो उसके रोगियों को गर्भपात करने वाली दवाओं तक पहुंचने से रोक सके।
गॉम्पर्ट्स और उनके वकील रिचर्ड हर्न ने मुकदमे में लिखा की अपनी अवांछित गर्भधारण को समाप्त करने वाली कई महिलाओं के लिए, इंटरनेट पर एकमात्र विकल्प गर्भपात करने वाली दवाएं ही हैं। हर्न ने कहा कि ग्रामीण राज्यों में गर्भपात की दवाएं देने वाली बेहद कम हैं। ऐसे में इंटरनेट के सहारे इस तरह को लोग प्रोवाइडर पा सकते हैं जैसे कि गोम्पर्ट।
मुकदमें में दी गई दलील
हर्न ने कहा कि गोमर्ट्स की पहली मरीज एक 14 वर्षीय लड़की थी। उन्होंने कहा कि कितने 14 साल के बच्चे एक कार किराए पर लेकर चुपके से साल्ट लेक सिटी या बोइस तक आ सकते है और फिर वहां रात बिता सकते हैं और इन गोलियों को ले सकते हैं और फिर घर जा सकते हैं? इडाहो जैसे राज्यों में गरीब लोगों के लिए ये सुविधा उपलब्ध नहीं है।
कानून उल्लंघन के आरोप
आमतौर पर एक दवा गर्भपात दवाएं एफडीए द्वारा अत्यधिक विनियमित होती हैं और यू.एस. में डॉक्टरों के पास उन्हें संरक्षित करने के लिए एक विशेष लाइसेंस होना चाहिए। गोमपेर्ट्स, जो वीन ऑस्ट्रिया और एम्स्टर्डम, नीदरलैंड्स में अपना समय बिताते हैं उन्होंने 2018 की शुरुआत में गर्भपात की मांग करने वाली महिलाओं की सेवा के लिए एड एक्सेस नामक एक संगठन शुरू किया। वह एड-एक्सेस वेबसाइट के जरिए गर्भपात की दवाएं देती हैं।
जारी किया गया था पत्र
पत्र मिलने के बाद, गोम्पर्ट्स को पता चला कि FDA ने गर्भपात की दवाओं को उसके तीन से 10 मरीजों के बीच गर्भपात की दवाएं जब्त कर ली है। गोम्पर्ट्स का कहना है कि एफडीए ने अपने मरीज़ों और एड ऐक्सेस के बीच पैसे के लेनदेन को भी रोक दिया, ताकि मरीजों को मनीग्राम और ज़ूम जैसी कंपनियों के इस्तेमाल से रोका जा सके। मुकदमे के अनुसार, पत्र मिलने के लगभग दो महीने तक उसने अमेरिका में महिलाओं के लिए चिकित्सीय गर्भपात कराना बंद कर दिया, लेकिन मई में फिर से अभ्यास शुरू किया।
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