ट्रंप ने कहा कि स्कूल पूरी तरह से खोले जाएं, स्कूल मैनेजमेंट बोला अभी माहौल अनुकूल नहीं
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सभी स्कूलों को फिर से खोलने के लिए कहा है। मगर जिस स्कूल में ट्रंप का बेटा पढ़ता है उसने सितंबर से पहले स्कूल को खोलने से मना कर दिया है।
वॉशिंगटन, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। कोरोनावायरस संक्रमण के चलते पूरी दुनिया के शिक्षण संस्थान बंद पड़े हुए हैं। अब इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सभी स्कूलों को फिर से खोलने के लिए कहा है। मगर जिस स्कूल में ट्रंप का बेटा पढ़ता है उसने सितंबर से पहले स्कूल को खोलने से मना कर दिया है।
दरअसल जब से कोरोना संक्रमण फैला है उसके बाद से ही दुनिया भर के स्कूल कॉलेज सभी बंद पड़े हैं। कुछ स्कूलों की ओर से स्टूडेंट्स की ऑनलाइन क्लासेस चलाई जा रही है। छोटे बच्चों को भी ऑनलाइऩ ही पढ़वाया जा रहा है। जिससे बच्चे स्कूल से जुड़े रहे। अब कुछ स्कूल ये तय कर रहे हैं कि वो अगले एक-दो माह में किस तरह से बच्चों को पढ़ाए जिससे उनकी पढ़ाई पर असर न पड़े। वो ऑनलाइन क्लासेस चलवाएं या फिर बच्चों को स्कूल में आने के लिए कहें। अब कुछ स्कूल अगले महीने की शुरूआत में ये तय करेंगे कि किस विकल्प का पालन किया जाए।
सेंट एंड्रूय स्कूल के प्रमुख रॉबर्ट कोसस्की और सहायक प्रमुख डेविड ब्राइन की ओर से इस संबंध में एक लेटर पर साइन किया गया है। इसमें कहा गया है कि वो स्कूल को किस तरह से खोलना है या बच्चों को ऑनलाइन के माध्यम से ही शिक्षा देनी है इसके बारे में 10 अगस्त को एक मीटिंग करके ये तय करेंगे। स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि वो स्कूल को खोलने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों की ओर से बनाई गई गाइडलाइन का पालन करेंगे, इसी के साथ उनसे ये भी पूछेंगे कि वो किस तरह के और नियमों का पालन करें जिससे वायरस का संक्रमण न फैले और बच्चों को किसी तरह से उसका नुकसान न हो।
स्कूल मैनेजमेंट अपने यहां पढ़ने वाले बच्चों को दूरस्थ शिक्षा और कुछ छात्रों को स्कूल बुलाकर पढ़ाने की रणनीति बना रहा है। जिससे स्कूल में बच्चे भी पहुंच जाएं और किसी तरह का संक्रमण न फैलने पाएं। उधर राष्ट्रपति ट्रंप बार-बार जोर दे रहे हैं कि स्कूलों को खोला जाए और बच्चों को स्कूल बुलाया जाए। उन्होंने कहा कि यदि स्कूल नहीं खोले जाते हैं तो स्कूलों से धन वापस लिया जाएगा। कई स्कूल अभी भी उनके निर्देश का पालन नहीं कर रहे हैं जिस पर वो कार्रवाई करवाने की भी तैयारी कर रहे हैं।
शिक्षक संघ के नेताओं ने कहा कि जिस तरह से ट्रंप स्कूलों को खोलने के लिए जोर दे रहे हैं उसे देखते हुए पहले उनको स्कूल बुलाना चाहिए, यहां पर उनको वस्तु स्थिति से अवगत कराना चाहिए। तभी ट्रंप को इसका पता चल पाएगा कि यदि इस स्थिति में स्कूलों को खोला गया तो किस तरह की समस्याएं सामने आ सकती हैं और स्कूल आने वाले बच्चों को कोरोना संक्रमण का कितना खतरा बना रहेगा।