ट्रंप का एलान- सीरिया में आइएस को कर दिया पराजित, अमेरिकी सेना की वापसी शुरू
सीनेटर जीन शाहीन ने कहा, राष्ट्रपति का ट्वीट खतरनाक, अपरिपक्व और सीरिया की जमीनी हकीकत व सैन्य सलाह के पूरी तरह विपरीत है।
वाशिंगटन, प्रेट्र/रायटर। अमेरिका ने बुधवार को घोषणा की कि उसने सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आइएस) को पराजित कर दिया है, लिहाजा उसने वहां से अपनी सेना वापस बुलाना शुरू कर दिया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, 'सीरिया में हमने आइएस को पराजित कर दिया है। यही हमारे वहां होने का एकमात्र कारण था।' इसके बाद ही व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि सेना ने सीरिया से लौटना शुरू कर दिया है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान जारी कर कहा, 'पांच साल पहले मध्यपूर्व में आइएस बहुत शक्तिशाली और खतरनाक ताकत था, लेकिन अब अमेरिका ने क्षेत्रीय खलीफा को हरा दिया है। आइएस पर यह जीत वैश्विक गठबंधन या उसके अभियान के खत्म होने का संकेत कतई नहीं है।
अमेरिका और हमारे सहयोगी जब भी जरूरी होगा अमेरिकी हितों की रक्षा के लिए सभी स्तरों पर फिर से उतरने के लिए तैयार हैं। हम कट्टरपंथी इस्लामी आतंकियों को क्षेत्र, वित्त, समर्थन और हमारी सीमाओं में किसी भी तरह से घुसपैठ से रोकने के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।'
'खत्म नहीं हुआ आइएस के खिलाफ अभियान'
रक्षा विभाग की मुख्य प्रवक्ता डाना डब्लू. व्हाइट ने कहा, 'गठबंधन ने आइएस के कब्जे वाले क्षेत्र को मुक्त करा लिया है, लेकिन आइएस के खिलाफ अभियान खत्म नहीं हुआ है। हमने सीरिया से अमेरिकी सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू की है क्योंकि हम अभियान के अगले चरण की प्रक्रिया में हैं। सेना की सुरक्षा और ऑपरेशनल सिक्योरिटी की वजह से हम ज्यादा जानकारी नहीं देंगे। आइएस जहां कहीं भी अपनी गतिविधियां चलाएगा, हम अपने साझीदारों और सहयोगियों के साथ उसे पराजित करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।'
पेंटागन ने नहीं दी प्रतिक्रिया
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने इस घटनाक्रम पर तुरंत कोई प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया। पेंटागन के प्रवक्ता कर्नल रॉब मैनिंग ने कहा, 'इस समय हम क्षेत्र में अपने साझीदारों के द्वारा, उनके साथ और उनके जरिये काम जारी रखे हैं।'
सभी सैनिक बुलाएगा, अभी साफ नहीं
यह अभी साफ नहीं है कि अमेरिका अपने सभी 2,000 सैनिकों को वापस बुला रहा है या नहीं। लेकिन अगर ऐसा हुआ तो इसका काफी दूरगामी असर होगा क्योंकि अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस और अन्य वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी यह आशंका जताते रहे हैं कि अमेरिका के वहां से हटने के बाद आइएस फिर सिर उठा सकता है।
रिपब्लिकन सीनेटर ने बताया 'गंभीर त्रुटि'
अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने इसे ट्रंप प्रशासन का अप्रत्याशित फैसला करार दिया है। वहीं, कई अमेरिकी सांसदों ने इस फैसले को 'गंभीर त्रुटि' बताते हुए ट्रंप प्रशासन को चेताया है। रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रूबियो ने साफ कहा कि सीरिया से पूर्ण और तत्काल वापसी एक गंभीर त्रुटि है जिसका आइएस के खिलाफ लड़ाई के अलावा भी वृहत प्रभाव होगा।
'रूस, ईरान और असद के पास चला जाएगा नेतृत्व'
सीनेटर जीन शाहीन ने कहा, 'राष्ट्रपति का ट्वीट खतरनाक, अपरिपक्व और सीरिया की जमीनी हकीकत व सैन्य सलाह के पूरी तरह विपरीत है। मैंने हमारे मिशन की समीक्षा के लिए सीरिया की यात्रा की है और हमारी सेना ने उम्मीद से बढि़या प्रदर्शन किया है।' उन्होंने कहा कि वह अपूर्ण जानकारी और जल्दबाजी में की जा रही सैन्य वापसी से बेहद चिंतित हैं क्योंकि इससे इससे आइएस और अन्य आतंकी समूहों को नया जीवन मिल जाएगा। साथ ही अमेरिकी नेतृत्व की भूमिका रूस, ईरान और सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद के पास चली जाएगी।