जो बिडेन का फिर से ट्रंप पर हमला, कहा- लोग कोरोना में जीना नहीं बल्कि मरना सीखने पर मजबूर
जो बिडेन ने एक बार फिर से कोरोना वायरस को लेकर डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना में रहना नहीं सीख रहे हैं बल्कि मरना जरुर सीख रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना देश में बिल्कुल भी थम नहीं रहा है।
वाशिंगटन, पीटीआइ। डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन ने एक बार फिर से कोरोना वायरस को लेकर डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना में रहना नहीं सीख रहे हैं बल्कि मरना जरुर सीख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका के इतिहास में आए कोरोना संकट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बिडेन ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए हुई फाइनल डिबेट के बाद कहा कि कोरोना से 220,000 से अधिक अमेरिकियों की जान जा चुकी है, जो कुल वैश्विक मृत्यु का पांचवां हिस्सा है। इसके साथ कि बिडेन ने वायरस के घातक प्रसार के लिए ट्रम्प की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था पर विनाशकारी प्रभाव पड़ा है।
अमेरिकी चुनाव में कोरोना संकट बना चुनावी मुद्दा
बता दें कि दुनिया में इस वक्त सबसे ज्यादा संक्रमित देश अमेरिका ही है। ऐसे में यूएस में 3 नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव में कोरोना संकट चुनावी मुद्दा बना हुआ है। इस संक्रमण से अमेरिका के राष्ट्रपति भी अछूते नहीं रहे हैं। हालांकि बेहद ही कम समय में कोरोना से ठीक हो गए। डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन इस वक्त चुनावी अभियान में लगे हुए हैं। बीते दिन बिहार की तर्ज पर बिडेन ने शुक्रवार को वादा किया था कि अगर उनकी जीत हुई, तो वह सारे देशवासियों के लिए कोरोना वायरस की वैक्सीन मुफ्त देंगे। इस दौरान उन्होंने कहा था कि एक बार हमें सुरक्षित और असरदार वैक्सीन मिल जाए, तो यह हर किसी के लिए मुफ्त होनी चाहिए, चाहे आपका बीमा हो या नहीं। हालांकि ट्रंप ने भी इस वैक्सीन को फ्री करने पर अपने विचार बताए थे।
हिल-हैरिक्स की ओर से राष्ट्रीय स्तर पर कराए एक नए सर्वे के अनुसार, ट्रंप के खिलाफ बिडेन की बढ़त में कमी आई है। सर्वे में 46 फीसद वोटरों ने कहा कि वह बिडेन के लिए मतदान करेंगे। पहले 47 फीसद वोटर बिडेन के साथ थे। जबकि 42 फीसद मतदाताओं ने ट्रंप में भरोसा दिखाया है।