US Presidential Election: जानिए कैसे एक टिक टॉक यूजर ने फ्लॉप कराई ट्रंप की चुनावी रैली
US Presidential Election जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बोलने के लिए मंच पर पहुंचे तो 19 हजार सीटों वाले बीओके सेंटर एरीना की अधिकांश सीटें खाली थीं।
न्यूयॉर्क, एजेंसियां। कोरियाई पॉप संगीत के प्रशंसकों और टिक टॉक यूजर ने दावा किया है कि उनकी वजह से ही शनिवार को टुलसा में आयोजित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रैली में अपेक्षित भीड़ नहीं जुटी। इससे जुड़े लोगों के मुताबिक कुछ दिन पहले टिक टॉक पर एक अभियान चला था। इसमें रैली के लिए लोगों से ऑनलाइन पंजीकरण के लिए तो कहा गया था, लेकिन रैली में शिरकत नहीं करने का आह्वान किया गया था।
रैली से पहले ट्रंप के चुनाव अभियान मैनेजर ब्रैड पार्सकेल ने कहा था कि रैली में आने के लिए दस लाख से ज्यादा लोगों ने आवेदन किया है। हालांकि शनिवार को जब ट्रंप बोलने के लिए मंच पर पहुंचे तो 19 हजार सीटों वाले बीओके सेंटर एरीना की अधिकांश सीटें खाली थीं। टुलसा के अग्निशमन विभाग के मुताबिक रैली में मात्र 6200 लोगों ने शिरकत की थी। रैली के आगे के क्षेत्र में बहुत जगह खाली थी, इसी कारण ट्रंप की टीम की बनाई गई यह योजना भी असफल रही कि स्टेडियम भर जाने के बाद राष्ट्रपति बाहर खड़े लोगों को भी संबोधित करेंगे। इस घटना से पहले तक टिक टॉक को आमतौर पर लोगों के नाचने और कॉमेडी करने के एक मंच के रूप में देखा जाता था, लेकिन किसी राजनीतिक मकसद के लिए इसका ऐसा इस्तेमाल कभी नहीं किया गया था।
रैली को फ्लॉप करवाने के लिए यूजर ने टिक टॉक पर डाला वीडियो
आयोवा की रहने वाली 51 वर्षीय एक महिला मैरी जो लॉप ने लोगों को ट्रंप की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन के लिए प्रोत्साहित किया था। लॉप ने अपने फॉलोअर से कहा था कि जो लोग 19,000 सीटों वाले सभागार को आधा खाली देखना चाहते हैं, वे लोग सिर्फ रजिस्ट्रेशन करा लें। हैशटैगटिकटॉकग्रांडमा का इस्तेमाल करने वाली लॉप ने रैली के बहिष्कार से जुड़ा एक वीडियो डाला है, जिसे सात लाख लाइक मिले हैं। बिडेन की चुनाव अभियान टीम ने रैली के लिए रजिस्ट्रेशन से जुड़ी किसी कवायद में शामिल होने से इन्कार किया है।
सिर्फ एक बार राष्ट्रपति के तौर पर ट्रंप को याद रखेगा इतिहास: बोल्टन
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने उम्मीद जताई है कि इतिहास ट्रंप को सिर्फ एक बार राष्ट्रपति के तौर पर याद रखेगा। एबीसी न्यूज को दिए साक्षात्कार में बोल्टन ने ट्रंप को तर्कहीन फैसले लेने वाला राष्ट्रपति बताया। उन्होंने कहा कि वे व्यक्तिगत और राजनीतिक हितों को अलग करने में असमर्थ रहे। मुझे नहीं लगता है कि वह एक कंजरवेटिव रिपब्लिकन हैं। नवंबर में होने वाले चुनाव में मैं उनको वोट नहीं दूंगा। हालांकि यह भी निश्चित है कि मेरा वोट जो बिडेन को भी नहीं जाएगा। बता दें कि बोल्टन ने 'द रूम वेयर इट हैपन्ड: ए व्हाइट हाउस मेमॉयर' किताब लिखी है, जिसका मंगलवार को विमोचन किया जाएगा।