अमेरिका ने तालिबान को दी अफगान चुनाव में शामिल होने की सलाह
अमेरिकी कार्यवाहक विदेश मंत्री ने कहा, विदेशी पनाहगाह छोड़कर अफगानिस्तान लौटें तालिबान
वाशिंगटन (प्रेट्र)। अमेरिका ने तालिबान को अफगानिस्तान की चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने की सलाह दी है। उसने तालिबान को सुरक्षित विदेशी पनाहगाह छोड़कर अफगानिस्तान लौटने को भी कहा है। साथ ही तालिबान के नए हमले की घोषणा को गैर जरूरी बताया है।
अमेरिका के कार्यवाहक विदेश मंत्री जॉन सुलीवन ने गुरुवार को कहा कि तालिबान को अपने बुलेट और बम को बैलट में बदल देना चाहिए। उन्हें सत्ता के लिए चुनाव लड़ना चाहिए और मतदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि तालिबान नेता विदेशी पनाहगाह से लौटें और अफगानिस्तान के भविष्य के लिए रचनात्मक काम करें।
हिंसा से अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा नहीं आएगी। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही तालिबान ने अफगानिस्तान में नए हमले की घोषणा की थी। सुलीवन ने कहा कि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान को शांति प्रक्रिया में शामिल होने का ऐतिहासिक न्योता दिया है। ऐसे में नए हमले के दौर की जरूरत नहीं है।
फिर भी तालिबान ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त अफगान सरकार और अफगान लोगों को निशाना बनाने के लिए एक और हिंसक अभियान की घोषणा की। उन्होंने कहा कि हम अफगान समाज को नष्ट करने वाले तालिबान और आतंकी संगठनों के खिलाफ लड़ने वाले अफगान सुरक्षा बलों का समर्थन करते हैं।
सुलीवन ने अफगान नागरिकों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिंसा और लगातार जारी खूनखराबे के बावजूद वे परिवार का पालन, विश्वविद्यालयों में पढ़ाई, कारोबार निर्माण, चुनाव तैयारी और समुदाय को मजबूत कर रहे हैं।