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आतंकवादी समूहों को पनाह देता है पाकिस्तान, अमेरिकी रिपोर्ट का दावा

अमेरिका की ओर से जारी 2020 कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म में पाकिस्तान की आतंकवाद को लेकर कड़ी आलोचना की गई है। भारत में कई हमले करने वाले आतंकी समूह पाकिस्तान से ही संचालित होते रहे हैं। पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कड़े कदम नहीं उठाए हैं।

By Geetika SharmaEdited By: Published: Fri, 17 Dec 2021 12:38 PM (IST)Updated: Fri, 17 Dec 2021 03:50 PM (IST)
आतंकवादी समूहों को पनाह देता है पाकिस्तान, अमेरिकी रिपोर्ट का दावा
अमेरिकी रिपोर्ट का दावा आतंकवाद समूह को पनाह हदेता है पाकिस्तान

वाशिंगटन, पीटीआइ। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गुरुवार को आतंकवाद पर एक रिपोर्ट जारी की है। अमेरिका की ओर से जारी 2020 कंट्री रिपोर्ट्स ऑन टेररिज्म में पाकिस्तान की आतंकवाद को लेकर कड़ी आलोचना की गई है। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, भारत को निशाना बनाने वाले आतंकी समूहों को पाकिस्तान ने अपनी धरती पर पनाह दी है। भारत में कई हमले करने वाले आतंकी समूह पाकिस्तान से ही संचालित होते रहे हैं। पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कड़े कदम नहीं उठाए हैं।

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अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा आतंकवाद पर जारी लेटेस्ट रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामाबाद ने जैश ए मोहम्मद के संस्थापक और संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित आतंकवादी मसूद अजहर के साथ-साथ 2008 में मुंबई हमले के प्रोजेक्ट मैनेजर साजिद मीर सहित अन्य आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। यह सभी आतंकी संगठन और आतंकी पाकिस्तान में खुले आम स्वतंत्र रूप से घूमते हैं।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने जारी रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान में क्षेत्रीय रूप से आतंकवादी समूह संचालित होते रहे हैं। उन्होंने रिपोर्ट का हवाले देते हुए कहा कि आफगानिस्तान को निशाना बनाने वाले आतंकी समूह में आफगान तालिबान संबद्ध हक्कानी नेटवर्क (HQN) शामिल हैं। वहीं, भारत के खिलाफ काम करने वाले आतंकी समूह में लश्कर-ए-तैयबा और उसके संबद्ध फ्रंट संगठन के साथ-साथ जैश-ए-मोहम्मद शामिल हैं। यह सभी पाकिस्तान की जमीन से ही संचालित हो रहे हैं।

रिपोर्ट में आगे दावा किया गया है कि फरवरी और नवंबर में लाहौर की एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को कई आतंकी गतिविधियों में वित्तीय मदद करने के मामलों में दोषी करार दिया था और उसे 5 साल 6 महीने तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी। वहीं, अमेरिका ने रिपोर्ट में आफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान के योगदान को स्वीकार किया है। रिपोर्ट में स्वीकार किया गया है कि पाकिस्तान ने 2020 में अपनी वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) कार्य योजना को पूरा करने की दिशा में अतिरिक्त प्रगति की, लेकिन सभी कार्य योजना के विषयों को पूरा नहीं किया है और पहले की तरह एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में शामिल रहा है।


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