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अमेरिका रद कर सकता है हांगकांग का विशेष दर्जा, ट्रंप की घोषणा के व्हाइट हाउस ने दिए संकेत

व्हाइट हाउस ने संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप बहुत जल्द हांगकांग का विशेष आर्थिक सहयोगी का दर्जा रद करने की घोषणा कर सकते हैं। जानें इसके पीछे क्‍या है ट्रंप की मंशा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Fri, 29 May 2020 11:56 PM (IST)Updated: Fri, 29 May 2020 11:56 PM (IST)
अमेरिका रद कर सकता है हांगकांग का विशेष दर्जा, ट्रंप की घोषणा के व्हाइट हाउस ने दिए संकेत
अमेरिका रद कर सकता है हांगकांग का विशेष दर्जा, ट्रंप की घोषणा के व्हाइट हाउस ने दिए संकेत

हांगकांग, रायटर। चीन की संसद में हांगकांग को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के दायरे में लाने वाला प्रस्ताव पारित होने के बाद अब अमेरिकी प्रतिक्रिया का इंतजार है। व्हाइट हाउस ने संकेत दिए हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप बहुत जल्द हांगकांग का विशेष आर्थिक सहयोगी का दर्जा रद करने की घोषणा कर सकते हैं। विशेष दर्जा रद होने की आशंका से हड़की हांगकांग सरकार ने आगाह करने वाले स्वर में कहा है कि यह व्यवस्था उभय पक्षों को फायदा पहुंचाने वाली है। अगर इसे खत्म किया गया तो यह दोधारी तलवार की तरह हांगकांग और अमेरिका, दोनों को नुकसान पहुंचाएगी। अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर डालेगी।

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चीन के कानून से यह होगा नुकसान

माना जा रहा है कि हांगकांग में चीन का सुरक्षा कानून लागू होने से उसे ब्रिटिश उपनिवेश काल से मिली स्वतंत्र व्यवस्था खत्म हो जाएगी। यह 150 साल के उपनिवेश काल के बाद 1997 में मिले चीन के अधिपत्य की शर्तो का उल्लंघन होगा। ब्रिटेन और चीन के बीच हुए समझौते में हांगकांग के लिए एक देश-दो व्यवस्था के सिद्धांत का स्पष्ट उल्लेख है। इसी सिद्धांत के चलते हांगकांग को अर्ध स्वायत्त दर्जा हासिल है और वहां के लोग लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज उठाते आए हैं। लेकिन अब चीन या हांगकांग सरकार के खिलाफ आवाज उठाना आपराधिक कृत्य हो जाएगा और इसके लिए दंड का प्रावधान होगा।

दोधारी तलवार की तरह होगा प्रतिबंध

हांगकांग की चीन समर्थित सरकार ने शुक्रवार को कहा कि हांगकांग पर अमेरिका का कोई भी प्रतिबंध दोधारी तलवार की तरह असर डालेगा। हांगकांग की वह स्थिति है जो उसे जुड़ी व्यवस्था को परस्पर लाभ पहुंचाती है। वर्ष 2009 से 2018 के बीच हांगकांग में अमेरिका का व्यापार 297 अरब डॉलर बढ़ा है, जो उसके किसी भी व्यापार सहयोगी की तुलना में सबसे ज्यादा है। इतना ही नहीं 1,300 अमेरिकी कंपनियों ने हांगकांग में अपना क्षेत्रीय गतिविधि केंद्र बनाया हुआ है। इसलिए अमेरिका की किसी भी नकारात्मक घोषणा का असर उसके खुद के हितों पर भी पड़ेगा।

हांगकांग में प्रदर्शन जारी

वैसे भी चीनी सुरक्षा कानून लागू होने की खबर के बाद से हांगकांग का संवेदी सूचकांक हेंगसेंग तीन प्रतिशत गिर चुका है। लोगों को आशंका है कि अमेरिकी फैसले से आर्थिक हालात बिगड़ेंगे। नए कानून का हांगकांग में विरोध जारी है। लेकिन लोग कोविड-19 से जुड़े खतरों को ध्यान में रखते हुए प्रदर्शन के लिए एकत्रित हो रहे हैं। प्रदर्शनकारियों के छोटे-छोटे समूह जहां-तहां सरकारी सेवाओं को बाधित कर रहे हैं। जल्द ही उनकी बड़ा जुलूस निकालने की योजना है।

सितंबर तक लागू होगा नया कानून

चीन ने कहा है कि सुरक्षा कानून हांगकांग पर सितंबर से पहले लागू हो जाएगा। यह अलगाववाद, ह‍िंसा, आतंकवाद और विदेशी हस्तक्षेप वाली गतिविधियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाएगा। इसके बाद चीनी एजेंसियां ¨हसा से निपटने और कानून व्यवस्था की स्थिति को सुदृढ़ बनाने में हांगकांग पुलिस से सीधे सहयोग कर पाएंगी। स्पष्ट है कि चीन की खुफिया एजेंसियों का सीधा दखल भी स्थापित हो जाएगा।

ब्रिटेन की वीजा अधिकार बढ़ाने की चेतावनी

हांगकांग पर चीन के ताजा कदम से चिंतित ब्रिटेन ने कहा है कि अगर नया कानून लागू हुआ तो वह हांगकांग के ब्रिटिश ओवरसीज पासपोर्ट धारी लोगों को व्यापक वीजा अधिकार दे देगा। उनके ब्रिटेन में रहने की अवधि बढ़ाई जा सकती है, साथ ही पासपोर्ट धारकों को नागरिकता भी दी जा सकती है। जाहिर है इससे चीन का उन लोगों पर नियंत्रण कमजोर पड़ेगा और वह उनके खिलाफ कोई सीधी कार्रवाई नहीं कर पाएगा। 


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