अफगानिस्तान के राजदूत ने कहा, हिंदू सिख भारतीय प्रवासी नहीं, हमारे अपने लोग
सांसद तुलसी गबार्ड ने कहा कि यह हमला दुनिया में मौजूद डर, कट्टरता और घृणा का एक और उदाहरण है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख भारतीय प्रवासी नहीं हैं बल्कि ये हमारे अपने लोग हैं। यह बात अमेरिका में अफगानिस्तान के राजदूत ने कही। वह जलालाबाद में हुए एक हमले में मारे गए अल्पसंख्यक समुदाय की याद में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। एक जुलाई को जलालाबाद में राष्ट्रपति अशरफ गनी से मिलने जा रहे हिंदू और सिखों से भरी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। इसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी। हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने ली थी।
वाशिंगटन डीसी स्थित अफगानिस्तान दूतावास में आयोजित कार्यक्रम में राजदूत हमदुल्लाह मोहिब ने कहा कि यह मौका हमें उस समाज को समझने के लिए एक साथ लाया है, जिसकी जड़ें अफगानिस्तान में अत्यधिक गहरी हैं। इस मौके पर अमेरिका की पहली हिंदू महिला सांसद तुलसी गबार्ड ने कहा कि यह हमला दुनिया में मौजूद डर, कट्टरता और घृणा का एक और उदाहरण है। यह डराने की रणनीति और हमें बांटने की कोशिश है, लेकिन हम सभी को इस घृणा और कट्टरता के खिलाफ खड़ा होना होगा।
अमेरिका में भारत के उप राजदूत पुनीत कुंडल ने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यहां पर आयोजित यह कार्यक्रम अफगानिस्तान सरकार की इस समुदाय के प्रति भावनाओं को प्रदर्शित करता है। इस मौके पर अफगानिस्तान की स्थानीय भाषा में पीडि़तों को याद किया गया।