अफगानिस्तान ने PAK पर लगाया सीमा उल्लंघन का आरोप, UN को पत्र लिखकर जरूरी कार्रवाई को कहा
अफगानिस्तान ने सुरक्षा परिषद को एक पत्र लिखकर कहा है कि अगर द्विपक्षीय बातचीत से हालात नहीं सभले तो वह जरूरी कार्रवाई करे।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। अफगानिस्तान ने पाकिस्तानी सेना द्वारा अपने सीमा क्षेत्रों का का उल्लंघन किए जाने पर कड़ा एतराज जताते हुए सुरक्षा परिषद को पत्र लिखा है। उसने 15 देशों के इस समूह से कहा है कि अगर द्विपक्षीय बातचीत से स्थिति नहीं संभलती है तो वह जरूरी कार्रवाई करे। संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि अदेला राज ने सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष (जर्मनी) को पत्र लिखकर हाल ही में पाकिस्तान द्वारा किए गए सीमा उल्लंघन की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अफगानिस्तान ने सुरक्षा परिषद में वर्ष 2019 के फरवरी और अगस्त महीने में चिंता जताई थी, लेकिन उसके बावजूद पाकिस्तान द्वारा देश की सीमा का उल्लंघन किया जाना जारी है।
पत्र में कहा गया है कि 15 जुलाई को पाकिस्तान के सैन्य बलों ने कुनार प्रांत के सराकानो और असद अबाद जिलों में स्थित अफगान सीमा चौकियों और आवासीय क्षेत्रों पर अकारण तोपों से हमले किए। इस दौरान किए गए 160 राउंड फायर में अफगान सुरक्षा बलों के जहां चार जवान मारे गए वहीं छह लोगों की मौत हुई। साथ ही आम नागरिकों की संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है। पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा सीमा क्षेत्र के उल्लंघन की कई बार अफगानिस्तान ने शिकायत की, लेकिन यह क्रम बदस्तूर जारी है। उन्होंने अनुरोध किया कि पाकिस्तान द्वारा सीमा क्षेत्र के उल्लंघन के संबंध में लिखे गए पत्र को सुरक्षा परिषद के रिकॉर्ड के तौर पर रखा जाना चाहिए।
अफगानिस्तान में 6 हजार से अधिक PAK आतंकी मौजूद
संयुक्त राष्ट्र(यूएन) की एक रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान के करीब 6 से साढ़े हजार आतंकी सक्रिय हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि इनमें से ज्यादातर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से हैं। रिपोर्ट (UN report) में आगे बताया गया है कि इतनी बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी दोनों देशों के लिए खतरा है। ISIS, अल-कायदा और अन्य आतंकी संगठनों से जुड़ी प्रतिबंध निगरानी टीम की 26वीं रिपोर्ट में कहा गया कि अल-कायदा (AQIS) तालिबान के साथ अफगानिस्तान के निमरूज, हेलमंद और कंधार प्रांतों से काम करता है।