अमेरिका के मैसाचुसेट्स में 103 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने कोरोनावायरस को दी मात
यूएस के राज्य मैसाचुसेट्स में स्टेजना नाम की बुजुर्ग महिला ने नॉवेल कोरोना वायरस को पराजित किया है। कोरोना को हराने की खुशी में बुर्जुग महिला ने कोल्ड बड लाइट पी कर खुशी मनाई।
वॉशिंगटन, एएनआइ। पूरी दुनिया में कोरोना संकट का बरकार है, लेकिन अमेरिका में एक 103 साल की बुर्जुग महिला ने कोरोना को मात दी है। यूएस के राज्य मैसाचुसेट्स में स्टेजना नाम की बुजुर्ग महिला ने नॉवेल कोरोना वायरस को पराजित किया है। कोरोना को हराने की खुशी में बुजुर्ग महिला ने कोल्ड बड लाइट (cold Bud Light) को पीकर खुशी मनाई। यूएस टुडे ने बताया कि अस्पताल के कर्मचारियों ने बुर्जग महिला को कोविड-19 को हराने के लिए कोल्ड बड लाइट पिलाई।
अमेरिकन डेली (American daily) के मुताबिक, स्टेजना की पोती शेली गन (Shelley Gunn) ने अपनी दादी को काफी मजबूत बताया है। शेली के अनुसार उनकी दादी ने जानलेवा कोरोना वायरस को अपनी मजबूत इच्छा शक्ति से हराया है। उन्होंने बताया कि कुछ हफ्तों पहले उनकी दादी को बुखार की समस्या बताई गई थी। इसके बाद उन्हें अलग वार्ड में शिफ्ट किया गया। जहां पर उनका सबसे पहले कोविड-19 का टेस्ट किया गया। स्टेजना को कोरोना का संक्रमण नर्सिंग होम से मिला था।उस दौरान स्टेजना को कोरोना के बारे में पता नहीं चला, लेकिन उनके उस दौरान वह काफी बीमार थी।पोती ने बताया उनकी दादी की ज्याजा हालत बिगड़ गई थी लेकिन 13 मई तक वह रिकवर करने लगी।
स्टेजना ने अपना सारा जीवन मैसाचुसेट्स में बिताया है। 54 साल के उनके पति टेडी का 1992 में 82 साल की उम्र में निधन हो गया। अपने पूरे जीवन में स्टेना एक उत्साही बिंगो खिलाड़ी यानी रेडियो प्रोड्यूसर रहीं और किताबें पढ़ने का आनंद लेती रही हैं। 103 वर्षीय कोरोना वॉर्यिरस के दो बच्चे, तीन पोते, चार परपोते और तीन परपोते हैं।
बता दें कि इस वक्त पूरी दुनिया में कोरोना संकट बना हुआ है। इस संक्रमण की चपेट में बच्चे, नवजात से लेकर बुजुर्ग भी शामिल है। इंसान से इंसान से फैलने वाले इस वायरस का अभी तक कोइ इलाज नहीं मिल पाया है। ऐसे में सभी लोगों को एहतियात बरतने की ही सलाह दी जा रही है।