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इस बार रिकार्ड तोड़ संख्या में आ रहे है प्रवासी पक्षी

-जून के अंतिम सप्ताह से आगमन होता है प्रवासी पक्षियों का -इस साल कुल 98 हजार 562 प्रवासी पक्षि

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Sep 2018 08:33 PM (IST)Updated: Wed, 19 Sep 2018 08:33 PM (IST)
इस बार रिकार्ड तोड़ संख्या में आ रहे है प्रवासी पक्षी
इस बार रिकार्ड तोड़ संख्या में आ रहे है प्रवासी पक्षी

-जून के अंतिम सप्ताह से आगमन होता है प्रवासी पक्षियों का

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-इस साल कुल 98 हजार 562 प्रवासी पक्षियों ने डाला डेरा

संवाद सूत्र, रायगंज : रायगंज स्थित कुलिक पक्षी निवास में पिछले वर्ष की तुलना में प्रवासी पक्षियों की संख्या में रिकार्ड तोड़ वृद्धि हुई। विगत साल की तुलना में इस बार डेढ़ हजार अधिक प्रवासी पक्षियों ने अपना बसेरा डाला है। इसके पीछे उत्तर दिनाजपुर जिला वन विभाग इसकी उन्नत व्यवस्था को कारण बता रहे है। गौरतलब है कि जून के अंत से प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है। दांपत्य जीवन शुरू करने के बाद ये पक्षी अगस्त-सितंबर माह में प्रजनन शुरू करते है। बतादें कि पक्षियों का गणना कार्य जिला वन विभाग व कुलिक पक्षी निवास कार्यालय द्वारा किया गया। इस कार्य में विभागीय कर्मचारी सहित 22 स्वेच्छा सेवी संस्था के गु्रप ने गणना कार्य किया। इस साल कुल 98 हजार 562 प्रवासी पक्षियों ने डाला डेरा, जबकि पिछले वर्ष कुल प्रवासी पक्षियों की संख्या थी 96 हजार 945। इसमें शामूक में 67 हजार 270, नाइट हेरेन नौ हजार नौ सौ 90, इगरेट 10 हजार 748 व कर्मोरेंट के 10 हजार 554 प्रवासी पक्षियों ने डेरा डाला है। विभागीय सूत्रों के अनुचार वर्ष 2014 में 68 हजार 393, वर्ष 2015 में 68 हजार 511 तथा वर्ष 2016 में 91 हजार 970 प्रवासी पक्षी यहां आए थे।

जिला वन अधिकारी दीपर्ण कुमार दत्त के अनुसार कुलिक पक्षी निवास में प्रवासी पक्षियों के रख-रखाव का उत्तम व्यवस्था किया जाता है। पक्षियों के आहार, विचरण व आवास पर विशेष ध्यान दिया जाता है। यहां तक कि प्राकृतिक आपदा के समय इनकी सुरक्षा व स्वास्थ्य का भी समुचित ख्याल रखा जाता है। किसी भी बाहरी तत्वों से प्रवासी पक्षियों को नुकशान न पहुंचे, इसके लिए खास तौर पर नजर रखी जाती है। यही कारण है कि यहां न केवल अलग-अलग राज्यों से बल्कि भिन्न-भिन्न देशों के पर्यटक पक्षियों को देखने आते है। प्रवासी पक्षी एंव उनके नवजात बच्चों का कलरव से यह अरण्य सौंदर्य को देखकर हर कोई खिंचा चला आता है।

कैप्शन : नदी किनारे प्रवासी पक्षियों का झूंड


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