देवश्री चौधरी पर लॉक डाउन का उल्लंघन का आरोप, मामला दर्ज
कैचवर्ड आरोप-प्रत्यारोप -मंत्री देवश्री चौधरी अपनी यात्रा का विवरण दें मोहित सेनगुप्ता -न
कैचवर्ड : आरोप-प्रत्यारोप
-मंत्री देवश्री चौधरी अपनी यात्रा का विवरण दें : मोहित सेनगुप्ता
-नगरपालिका अध्यक्ष ने दर्ज कराई प्राथमिकी
संवाद सूत्र,रायगंज :रायगंज के विधायक मोहित सेनगुप्त ने रायगंज की सासद और केन्द्रीय राज्य मंत्री देवश्री चौधरी के ऊपर कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए जारी सरकारी निर्देशों की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए उत्तर दिनाजपुर जिला प्रशासन से ईमेल के जरिए शिकायत की। वहीं रायगंज नगरपालिका अध्यक्ष संदीप विश्वास ने यही आरोप लगाते हुए स्थानीय सासद व केन्द्रीय मंत्री के विरुद्ध रायगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया। मंत्री देवश्री चौधरी ने आरोप को बेबुनियाद और अनर्गल बताया। उल्लेखनीय है कि लॉक डाउन के दरम्यान दो अप्रैल गुरुवार को अचानक रायगंज के सासद व केंद्रीय नारी व बाल कल्याण राज्य मंत्री देवश्री चौधरी को भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ रायगंज शहर के विभिन्न इलाके में मास्क वितरण करते देखा गया, जो स्थानीय विधायक को नागवार गुजरा। विधायक ने तुरंत जिला प्रशासन का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया और विधि सम्मत पदक्षेप लेने का अनुरोध किया।
विधायक मोहित सेनगुप्ता का आरोप है कि सासद व केन्द्रीय मंत्री दिल्ली से कोलकाता और कोलकाता से रायगंज आकर क्वारंटाईन में न रहकर किस प्रकार सरेआम लोगों के बीच जाकर मास्क बाट रही है। जबकि दूसरे प्रात से आने वाले लोगों के लिए क्वारंटाईन होम में जाने का सरकारी फरमान जारी किया गया है। विधायक ने बताया कि संवैधानिक पद पर आसीन व्यक्ति यदि कानून की अवमानना करे तो, इसका आम लोगों पर क्या असर पड़ेगा? जब वे स्वयं लॉक डाउन निर्देश को नहीं मानतीं तो किस मुँह से दूसरों को घर में रहने की नसीहत देती हैं। दिल्ली से कोलकाता होते हुए रायगंज आने पर वे स्वास्थ्य जाँच कराए बिना लोगों के बीच गई, यह किस प्रकार न्यायसंगत है।
वहीं दूसरी ओर रायगंज नपा अध्यक्ष संदीप विश्वास ने रायगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराते हुए सासद के विरुद्ध नियम के अनुसार कार्रवाई करने का अनुरोध किया। उनका आरोप है कि विगत 22 मार्च से और दो अप्रैल के बीच देवश्री चौधरी को रायगंज संसदीय क्षेत्र में नहीं देखा गया। इस दरम्यान वे कहाँ गयी और कहाँ से आयी? जन हित में इसकी जानकारी जरूरी है। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन के शतरें की उपेक्षा एक सासद और केन्द्रीय मंत्री के लिए उचित नहीं है।
देवश्री चौधरी का कहना है कि उन्होंने नियम के विरूद्ध कोई काम नहीं किया।वे लॉक डाउन शुरू होने के पहले ही दिल्ली से वापस आ गई थी। जन प्रतिनिधि होने के नाते विपत्ति के समय लोगों के साथ रहना उनका नैतिक कर्तव्य है। इसलिए लॉक डाउन के सभी नियमों और एहतियातन स्वास्थ्य विधि को मानते हुए मास्क वितरण की तथा लोगों को जागरूक किया।
कैप्शन : सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते हुए मंत्री देवश्री चौधरी