बरेली से ताबूत में बंद होकर उत्तर दिनाजपुर लाया गया मजदूरों का शव
-बरेली के पीलभिटा इलाके में धसान के कारण छह श्रमिकों की हुई थी मौत -मंत्री ने दिया
-बरेली के पीलभिटा इलाके में धसान के कारण छह श्रमिकों की हुई थी मौत
-मंत्री ने दिया दो-दो लाख रुपये देने का आश्वासन
संवाद सूत्र, रायगंज : उत्तर दिनाजपुर जिला के छह श्रमिकों का शव गुरूवार को बरेली से ताबूत में बंद होकर अपने घर लौटा। इसे लेकर इलाके में मातम का माहौल है। मंत्री गोलाम रब्बानी ने सरकारी तौर पर दो-दो लाख मुआवजा राशि देने का आश्वासन दिया। गौरतलब है कि एक गैर सरकारी टेलिकम कंपनी के लिए केबल लाइन बिछाने के लिए एक ठेकेदार संस्था के माध्यम से उत्तर दिनाजपुर जिला से लगभग 40 श्रमिक उत्तर प्रदेश के बरेली गये थे। विगत एक माह से वहां केवल तार बिछाने का काम चल रहा था। गत सोमवार 30 जुलाई को बरेली के पीलभिटा इलाके में आठ श्रमिक लगभग 11 पीट नीचे काम कर रहे थे। अचानक धंसान के कारण मिट्टी के नीचे श्रमिक दब गए। बचाव की कोशिश के बाद छह श्रमिक की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक छह श्रमिकों में से तीन रायगंज प्रखंड और तीन ईटाहार प्रखंड है। पश्चिम बंागल सरकार की पहले सभी छह श्रमिकों का शव बुधवार देर रात रायगंज थाना पहुंचा। गुरूवार की सुबह मृतक के परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया गया। पुलिस ने मृतका का नाम बताते हुए बताया कि बरेली से ताबूत में बंद शव ईटाहार के सुरून अंचल के बारियोल घाट के मो. होसेन अली(24), पांजोल गांव के नाजिम अली(24), कौसर अली (28), रायगंज के वाहिन अंचल के टेंगरा गांव के नाजमुल रहमान(28), मराईकुड़ा अंचल के एलिंगि गांव के नाजुमल हक(22) तथा नाजीमुद्दीन रहमान(21) का है। वहीं घायल रज्जाक अली और कुरमान अली को बरेली के प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शव की सुपुर्दगी से पूर्व मंत्री गोलाम रब्बानी, रायगंज के नगरपालिका अध्यक्ष संदीप विश्वास, तृणमूल श्रमिक संगठन के जिलाध्यक्ष अरिंदम सरकार सहित तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने मृतक श्रमिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मंत्री गोलाम रब्बानी ने कहा कि इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की भूमिका काफी उदासीन व निंदनीय है। पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से मृतक के परिजनों को शीघ्र दो-दो लाख का मुआवजा राशि प्रदान किया जाएगा।
कैप्शन : श्रद्धांजलि अर्पित करते मंत्री गोलाम रब्बानी