मंदिरों में धूमधाम से मनाई गयी देव दिवाली
-नदी किनारे की गयी आरती मंदिरों में किया गया दीपदान जेएनएन कालियागंज/गंगारामपुरकाíतक मास
-नदी किनारे की गयी आरती, मंदिरों में किया गया दीपदान
जेएनएन, कालियागंज/गंगारामपुर:काíतक मास की पूíणमा को कालियागंज शहर के कई मंदिरों में हर्षोल्लास के साथ देव दिवाली मनाई गयी। शहर के मारवाड़ी पट्टी स्थित ठाकुरबाडी,गौशाला स्थित राधाकृष्ण मंदिर,डाकबंगला रोड स्थित राधाकृष्ण मंदिर एवं स्टेशन परिसर स्थित हनुमान मंदिर में संध्या होते ही श्रद्धालुओं ने दीप जलाकर भगवान विष्णु लक्ष्मी माता समेत समस्त देवी देवताओं की पूजा आराधना की। बताया जाता है कि ऋतुओं में श्रेष्ठ शरद ऋतु,मासों में श्रेष्ठ काíतक मास तथा तिथियों में श्रेष्ठ पूर्णमासी, यह देवताओं का दिन माना जाता है। इस पूíणमा के सांयकाल भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था।
क्यों मनाया जाता है देव दिवाली : आज के दिन ही भगवान भोलेनाथ ने त्रिपुर नामक दैत्य का वध किया और अपने हाथों बसाई काशी के अहंकारी राजा दिबोदास के अहंकार का नष्ट कर दिया। राक्षस के मारे जाने के बाद देवताओं ने स्वर्ग से लेकर काशी में दीप जलाकर खुशिया मनाई,जिसे देव दीपावली नाम दिया गया। मान्यता है कि इस दिन देवताओं का पृथ्वी पर आगमन होता है,इस प्रसन्नता के वशीभूत दिये जलाए जाते हैं।
वही डाक बंगला रोड स्थित राधाकृष्ण मंदिर में भगवान का भव्य श्रृंगार कर दीप जलाए गए,तत्पश्चात भजन कीर्तन कर वाíषक उत्सव मनाया गया।
दूसरी ओर दक्षिण दिनाजपुर जिले के रामपुर के बड़ा बाजार में राधा कृष्ण ठाकुर बारी मंदिर में सभी भक्तों ने सैकड़ों दिए जलाकर देव दीपावली मनाई। मंदिर का हर कोना गुलजार था। इस अवसर पर पूजा अर्चना की गई। भक्तों में प्रसाद वितरण किया गया।हर साल की तरह अब तो इस बार भी दीए जलाकर मंदिर में दीप दान कर भगवान की दीपावली मनाई गयी। पुर्णभवा नदी के किनारे आरती की गई। इस अवसर पर राधा कृष्ण ठाकुर बारी मंदिर के पुजारी मनमोहन शर्मा ने बताया कि काíतक की पूíणमा को पूरे देश में देव दीपावली सभी मंदिरों में मनाई जाती है। इस अवसर पर भक्तगण मंदिरों में नदी के किनारे दीपदान करते हैं, दिए जलाते हैं।
कैप्शन : 1.कालियागंज के मंदिर में दिया जलाते श्रद्धालु 2. गंगारामपुर के मंदिर में पूजा अर्चना करते भक्तगण