62 मूक बधिक बच्चों को भैया दूज पर दिया गया नया पोशाक
संवाद सूत्ररायगंज सच्चे मन से प्रकट किया गया भाव भाषा के बिना भी सहजता से बोधगम्य होता है। यह उक्ति
संवाद सूत्र,रायगंज: सच्चे मन से प्रकट किया गया भाव, भाषा के बिना भी सहजता से बोधगम्य होता है। यह उक्ति आज रायगंज के कर्णजोड़ा स्थित सरकारी मूक-बधिर होम में चरितार्थ होते देखा गया। उल्लेखनीय है कि यहां फिलहाल 49 बालक और 13 बालिकाएं हैं। भैया दूज के अवसर पर होम प्रशासन की ओर से विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। सभी के लिए नए पोशाक और मिष्ठान्न का प्रबंध किया गया था और बहनों के लिए उपहार लाया गया। बहनों ने भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लम्बी उम्र की कामना की। इस अवसर पर आश्चर्य का नजारा यह था कि भाई और बहनें सभी मूक बधिर हैं अर्थात वें न तो बोल सकते हैं और न ही सुन सकते हैं। फिर भी बहनों की आखों में छलकते स्नेह को भाई भली भाति तार रहे थे और मन ही मन इस अनुपम भाव धारा में उमचुम होकर गदगद हो रहे थे। होम अधीक्षक पार्थ सारथी दास ने बताया कि शारीरिक रूप से अक्षम होने के बावजूद इनमें भाव सम्प्रेषण की अद्भुत क्षमता होती है। इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से इन्हें सामाजिक रीति रिवाज का अनुभव कराते हुए मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास किया जाता है। ठाकुरबाड़ी में अन्नकूट महाप्रसाद का आयोजन
संवाद सूत्र,कालियागंज:
स्थानीय मारवाड़ी पट्टी स्थित ठाकुरबाड़ी में अन्नकूट महाप्रसाद का आयोजन किया गया। उक्त धाíमक अनुष्ठान में समाज के काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। रविवार सुबह से ही श्रद्धालुगण मंदिर में पहुंचकर अनकुट प्रसाद की तैयारी में जुटे रहे, तत्पश्चात भगवान गोवर्धन की पूजा अर्चना कर के अनकुट प्रसाद का भोग लगाया गया। इस अवसर पर प्रसाद लेने के लिए महिलाओं एवं पुरुषों का ताता लगा रहा।
पुजारी मुन्ना पंडित जी ने बताया कि इस दिन गोकुल वासियों ने भगवान श्री कृष्ण के कहने पर गोवर्धन पर्वत की पूजा कर अन्नकूट का भोग लगाया था, तभी से गोवर्धन पूजा मनाई जाती है, वही राजस्थान एवं हरियाणा संप्रदाय की महिलाओं ने भी अपने-अपने घरों में गोवर्धन पूजा धूमधाम से की।