समय को लेकर आपाधापी
जमशेदपुर : झारखंड मुक्ति मोर्चा की सभा या रैली और नेताओं के पहुंचने के समय में कभी मेल
जमशेदपुर : झारखंड मुक्ति मोर्चा की सभा या रैली और नेताओं के पहुंचने के समय में कभी मेल नहीं रहता। झामुमो जिला कमेटी की ओर से गोपाल मैदान में दोपहर एक बजे से जनाक्रोश रैली का समय निर्धारित किया गया था। यहां कोल्हान के तीनों जिले के कार्यकर्ताओं व नेताओं का जुटान होना था। दूर-दराज से आने वाले लोगों के लिए कोच बस, मिनी बस और कार की व्यवस्था की गई थी। रैली का समय एक बजे तो था लेकिन इस समय तक उपस्थिति काफी कम थी। साफ है कि पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ झामुमो की सभा में शामिल होने वाले ग्रामीण भी इस बात से अवगत थे कि कार्यक्रम निर्धारित समय पर शुरू नहीं होगा। लगभग दो घंटे बाद गोपाल मैदान में भीड़ होनी शुरू हुई। तब पार्टी महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने माइक संभाल ली थी। चार बजे से सभा की शुरुआत हुई। सबसे पहले सरायकेला-खरसावां के जिला अध्यक्ष को संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया। इसके बाद पूर्व सांसद सुमन महतो ने अपनी बातें रखीं। सुमन का संबोधन चल ही रहा था कि शिबू सोरेन व हेमंत सोरेन के जल्द मंच पर पहुंचने की सूचना हो गई। इसके बाद सुमन को अपना संबोधन बीच में ही रोकना पड़ा।
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सवा चार बजे शिबू सोरेन व हेमंत मंच पर पहुंचे
गोपाल मैदान में भव्य और आकर्षक मंच तैयार किया गया था। मंच पर अतिथियों के पहुंचने के लिए अलग से रास्ता बनाया गया था। सवा चार बजे झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पहुंचे। प्रारंभ में शिबू सोरेन व हेमंत सोरेन ने भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण किया और दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभांरभ किया। इसके बाद जमशेदपुर के नेता राजू गिरी, मोहन कर्मकार, हिदायत खान, कृष्णा मार्डी व रामदास सोरेन को संबोधन के लिए बुलाया गया।
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अंधेरा होने के साथ ही छटने लगी भीड़
गोपाल मैदान में लोगों का जुटान तो ठीक-ठाक था लेकिन अंधेरा होने के साथ लोगों को अपने घर लौटने की चिंता सताने लगी। मंच पर विराजमान नेताओं की सूची काफी लंबी थी। दोपहर दो बजे से अपने नेताओं का संबोधन सुनने पहुंचे लोग शाम छह बजे के बाद निकलने लगे। शाम छह बजे के बाद पूर्व विधायक व विधायकों को संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया।