कानून भंग आंदोलन में 21 जख्मी, एमएमसीएच में भर्ती
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर शहर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के
संवाद सूत्र, मेदिनीपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिले के मेदिनीपुर शहर स्थित जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष मंगलवार को कानून भंग आंदोलन कर रहे वामपंथियों को पुलिस की लाठी का शिकार होना पड़ा। तय कार्यक्रम के मुताबिक किरानीटोला, स्टेशन रोड से दोपहर 12 बजे दीपक सरकार, तरुण राय, संतोष राणा, विप्लव भट्ट व शैलेन माईती आदि नेताओं के नेतृत्व में जुलूस निकाल हजारों की संख्या में वामपंथी जिलाधिकारी कार्यालय की ओर रवाना हुए।
दोपहर 12.30 बजे जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष पहुंचने के बाद आंदोलनकारियों ने मुख्य प्रवेशद्वार को तोड़ भीतर प्रवेश करने का प्रयास किया। आंदोलनकारियों को रोकने में जुटी पुलिस टीम ने लाठी चार्ज का सहारा लिया। इससे दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की शुरू हो गई। घटना में 16 आंदोलनकारी व पांच पुलिस कर्मी घायल हो गए। सभी घायलों को उपचार के लिए मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेदिनीपुर कोतवाली के कार्यवाहक थाना प्रभारी विभाष मंडल ने कहा कि उग्र आंदोलनकारियों को रोकने के लिए हमें बल प्रयोग करना पड़ा, जिसके लिए घायलों से हमने क्षमा मांग ली है। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों के दावे के मुताबिक हमने 10,000 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद निजी जमानत पर छोड़ने की घोषणा की है। इधर लाठी चार्ज की खबर सुन एएसपी सचिन मक्कड़ भी मौके पर भारी पुलिस बल लेकर पहुंचे थे, हालांकि तब तक मामला शांत हो गया था। माकपा जिला सचिव तरुण राय ने कहा कि प्रदेश व केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के प्रतिवाद में हम लोगों ने कानून भंग किया है। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महंगाई दिनों-दिन बढ़ रही है। सरकार चुपचाप मूकदर्शक बनी बैठी है। नोटबंदी व जीएसटी लागू होने के बाद स्थिति और बिगड़ गई है। मोदी विदेश दौरों में व्यस्त रहते हैं, जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जिलों के दौरे के नाम पर पार्टी में चल रहे मनमुटाव को दूर करने में व्यस्त रहती हैं। ऐसे में आम लोगों के हित में काम करने वाला कोई नहीं रह गया है।